सात अक्टूबर को बैंकों में दो हजार के नोट वापस करने की अंतिम मियाद खत्म हो गई। इस एक हफ्ते में झारखंड के बैंकों में महज दो फीसदी ही दो हजार के नोट वापस हो सके हैं। इससे पहले 30 सितंबर नोट वापसी की तारीख थी। इस अवधि में 90 फीसदी नोट लौट गए थे। ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स एसोसियेशन के पूर्व राष्ट्रीय संयुक्त सचिव डीएन त्रिवेदी के मुताबिक अब भी झारखंड के बाजारों में 3,200 करोड़ रुपए मूल्य के दो हजार के नोट हैं।
40 हजार में 36,800 करोड़ रुपये हुए वापस
ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स एसोसियेशन के अनुसार झारखंड में दो हजार के नोट के रूप में 40,000 करोड़ रुपये के 2,000 के नोट चलन में थे। शनिवार सात अक्टूबर तक कुल 36,800 करोड़ रुपये वापस हो चुके हैं। अब भी 3,200 करोड़ वापस नहीं हो पाए हैं। नोट बैंक खाते में जमा करने और एक्सचेंज करने के अंतिम दिन तक झारखंड के विभिन्न बैंकों के माध्यम से कुल 92 प्रतिशत नोट वापस हुए हैं।
एक हफ्ते में केवल दो फीसदी नोट लौटे
30 सितंबर के बाद नोट वापसी के लिए सात अक्टूबर की तारीख रखी गयी थी। यह एक हफ्ते का समय रहा। इस एक हफ्ते में पूरे राज्य से केवल दो फीसदी दो हजार के नोटो की वापसी हुई। जबकि 30 सितंबर तक राज्य से 90 फीसदी दो हजार के नोटों की वापसी हो गई थी। अंतिम दिन छिटपुट रूप से बैंक में नोट एक्सचेंज कराने लोग पहुंचे थे। आरबीआइ की गाइडलाइन के अनुसार तिथि बढ़ाये जाने के बाद सात अक्तूबर तक अंतिम तिथि थी। इसके बाद ऐसे नोटों को एक्सचेंज करने के लिए अब आरबीआइ कार्यालय में जाना होगा, जहां पर नोट एक्सचेंज करने की सुविधा है।