रांची- विधानसभा के बजट सत्र की कार्यवाही होली को लेकर 12 मार्च तक स्थगित कर दी गई लेकिन छठे दिन की कार्यवाही के दौरान नियोजन नीति पर ना सिर्फ विपक्ष बलकि सत्तापक्ष के विधायक ने भी हंगामा और प्रदर्शन किया. सत्ताधारी पार्टी जेएमएम के विधायक लोबिन हेंब्रम ने हेमंत सरकार की कार्यशैली को लेकर सवाल उठाया.
नियोजन नीति पर बोले लोबिन हेंब्रम
विधानसभा के बजट सत्र के छठे दिन सदन के बाहर और अंदर विपक्ष और सत्तापक्ष के विधायक ने प्रदर्शन किया. सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी विधायकों ने हंगामा शुरू कर दिया. दरअसल, सदन में जेएमएम विधायक लोबिन हेंब्रम ने नियोजन नीति को लेकर कहा कि कैबिनेट में जो भी निर्णय लिया जाता है उसे नियम के अनुसार उसे सदन में रखा जाता है लेकिन हेमंत सरकार ने नियोजन नीति को लेकर ऐसा नहीं किया है जो कि विधानसभा की अवमानना का भी मामला बनता है.
‘सरकार की मंशा साफ नहीं’
जेएमएम के विधायक लोबिन हेंब्रम यही नहीं रूके उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि सरकार की मंशा कुछ क्लियर नजर नहीं आ रही है. स्थानीय नीति को लेकर भी सरकार ने अब तक कुछ कदम नहीं बढ़ाया है जिससे झारखंड की जनता पूरी तरह से त्रस्त है और झारखंड के विधायक होने के नाते मैं इस बात को हमेशा उठाता रहूंगा.
लोबिन के जरिए विपक्ष के निशाने पर सरकार
सदन में लोबिन हेंब्रम नियोजन नीति को लेकर अपनी ही सरकार से सवाल पूछ रहे थे ऐसे में विपक्ष ने भी उनका साथ दिया और हंगामा शुरू कर दिया. नियोजन नीति पर हो रहे हंगामे के बीच संसदीय कार्यमंत्री आलमगीर आलम ने विधायकों से सदन चलने देने की अपील की. उन्होंने कहा कि नियोजन नीति पर सरकार अपनी बात 13 फरवरी को सदन में रखेगी. उन्होंने कहा कि पुरानी नीति को हाई कोर्ट ने निरस्त कर दिया यह बात सभी को पता है.