रांची. बीजेपी के सचिवालय घेराव और हंगामा मामले में आज बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश, विधायक सीपी सिंह, नवीन जायसवाल, प्रदीप वर्मा समेत कई बीजेपी के नेता धुर्वा पुलिस थाना पहुंचे हैं। इस मालमे में रांची की धुर्वा थाना पुलिस ने बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश सहित कई बीजेपी नेताओं को आज पूछताछ के लिए बुलाया था। मामले में पुलिस ने नेताओं को 41ए का नोटिस जारी किया था। इसके तहत पूछताछ होगी।
वहीं पूछताछ के बाद प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि राज्य सरकार डरी हुई है। इसलिए फर्जी मुकदमा कर रही है, लेकिन हम डरने वाले नहीं हैं। हम लोग तो गिरफ्तारी देने आए थे। सरकार में हिम्मत है तो गिरफ्तार करें.। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि धारा 144 का उल्लंघन किसी भाजपा नेता या कार्यकर्ताओं ने नहीं किया है।
वहीं कल बीजेपी नेताओं ने कहा था कि मामले में पुलिस की जांच में हरसंभव मदद करेंगे। बीजेपी नेताओं ने बताया है कि 22 अप्रैल को दीपक प्रकाश सहित बीजेपी के कई नेता धुर्वा थाना में 41ए नोटिस का जवाब देने धुर्वा थाना जाएंगे। बता दें कि 11 अप्रैल को बीजेपी ने सचिवालय घेराव मामले में पुलिस ने बीजेपी नेताओं के खिलाफ 41A नोटिस जारी किया था, जिसमें उन्होंने कई नेताओं को धुर्वा थाने में 22अप्रैल को हाजिर होने के निर्देश दिए हैं।
बीजेपी के सचिवालय घेराव प्रदर्शन के बाद 11 अप्रैल को पुलिस ने 41 नाम दर्ज समेत हजारों पर प्राथमिकी दर्ज की थी। वहीं अब मामले में अनुसंधान के बाद पुलिस ने अन्य 18 लोगों का नाम एफआईआर में जुड़ा है, जिसमें बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सह राज्यसभा सांसद दीपक प्रकाश सहित कई बीजेपी नेताओं को 41a का नोटिस भेजा गया।
अनुसंधान के बाद जोड़े गए उन 18 लोगों में प्रदेश अध्यक्ष और दीपक प्रकाश, आदित्य साहू, केंद्रीय मंत्री अन्नपूर्णा देवी, विधायक ढुल्लू महतो, विधायक सीपी सिंह, विधायक नवीन जायसवाल, पूर्व केंद्रीय मंत्री और सांसद जयंत सिन्हा, विधायक समरी लाल, यदुनाथ पांडे, शिव शंकर उराव, रविंद्र राय, प्रदीप वर्मा, सांसद बीडी राम, मेयर आशा लकड़ा, किसलय तिवारी, अशोक बड़ाईक, विधायक शशिभूषण मेहता और जेबी तुबिद के नाम शामिल है।
बता दें कि राजधानी में 11 अप्रैल को राज्य सरकार के खिलाफ बीजेपी ने सचिवालय घेराव ‘हेमंत हटाओ, झारखंड बचाओ’ आंदोलन का आयोजन किया था, जिसमें हजारों की संख्या में पार्टी के कई दिग्गज नेता और कार्यकर्ता पहुंचे थे। उस दौरान कई नेताओं को पुलिस ने हिरासत में ले लिया था। बाद में बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष समेत कई नेताओं को 41 ए का नोटिस जारी किया था।