नामकुम हिंसा में हुए तनावपूर्ण हालात पर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। यह घटना 14 मार्च की शाम को शराब की दुकान के पास युवकों के बीच झगड़े से शुरू हुई थी। स्थिति बिगड़ने के बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मामले को शांत कराया। लेकिन अगले दिन, 15 मार्च को, विवाद ने गंभीर रूप ले लिया जब जोरार बस्ती के लोगों ने नामकुम खटाल इलाके पर हमला किया। इस झगड़े में दोनों पक्षों के बीच मारपीट हुई और कई लोग घायल हो गए। पुलिस ने हालात को काबू करने के लिए हल्का बल प्रयोग किया और घायलों को अस्पताल भेजा। हालांकि, इलाज के दौरान एक युवक सोनू मुंडा की मौत हो जाने के बाद तनाव और बढ़ गया।
सोनू मुंडा की मौत के बाद गुस्साए लोगों ने 17 मार्च को सड़क जाम कर विरोध प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन के दौरान भी स्थिति तनावपूर्ण बनी रही। रांची पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए हिंसा में शामिल आरोपियों की पहचान की और 15 लोगों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार किए गए लोगों में 5 महिलाएं भी शामिल थीं। पुलिस ने उपद्रवियों को काबू में लाने और इलाके में शांति बहाल करने के लिए व्यापक रणनीति अपनाई। इस दौरान इलाके में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया ताकि कोई अप्रिय घटना न हो।
फिलहाल, नामकुम इलाका अब नियंत्रण में है और पुलिस द्वारा सुरक्षा व्यवस्था को और सुदृढ़ किया गया है। पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है और इलाके में स्थायी शांति सुनिश्चित करने के लिए कड़े कदम उठाए जा रहे हैं। इस घटना से यह स्पष्ट हो गया है कि प्रशासन किसी भी तरह की अराजकता बर्दाश्त नहीं करेगा और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगा। नामकुम के लोग अब स्थिति सामान्य होने का इंतजार कर रहे हैं, और प्रशासन की कड़ी निगरानी में यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।