नीट यूजी 2024 पेपर लीक मामले में सीबीआई ने हाल ही में ओएसिस स्कूल, हजारीबाग के प्रिंसिपल डॉ. अहसानुल हक और वाइस प्रिंसिपल मोहम्मद इम्तियाज आलम समेत छह लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की है। यह मामला 5 मई 2024 को सामने आया था, जब नीट परीक्षा के प्रश्नपत्र लीक होने की खबरें आईं। सीबीआई की जांच में पता चला कि ओएसिस स्कूल के प्रिंसिपल और वाइस प्रिंसिपल ने मिलकर इस साजिश को अंजाम दिया था। इस साजिश में स्कूल के अन्य कर्मचारी और एक स्थानीय समाचार पत्र के रिपोर्टर भी शामिल थे।
सरकार ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए सीबीआई को जांच के आदेश दिए थे। सीबीआई ने अपनी जांच में फोरेंसिक तकनीक, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, सीसीटीवी फुटेज और टॉवर लोकेशन जैसी तकनीकों का इस्तेमाल किया। जांच के दौरान सीबीआई ने 48 लोगों को गिरफ्तार किया और 58 स्थानों पर तलाशी ली। सीबीआई ने पाया कि प्रिंसिपल और वाइस प्रिंसिपल ने अन्य आरोपियों के साथ मिलकर प्रश्नपत्र चोरी करने की साजिश रची थी। इस मामले में सीबीआई ने भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत आरोप पत्र दाखिल किया है।
इस घटना ने जनता में गहरी नाराजगी और चिंता उत्पन्न की है। लोग सरकार से मांग कर रहे हैं कि इस मामले की गहन जांच की जाए और दोषियों को कड़ी सजा दी जाए। सोशल मीडिया पर भी इस मुद्दे को लेकर बहस छिड़ी हुई है। कई लोग शिक्षा प्रणाली में सुधार की मांग कर रहे हैं ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों। इस मामले ने शिक्षा क्षेत्र में भ्रष्टाचार और अनियमितताओं को उजागर किया है, जिससे जनता में आक्रोश बढ़ गया है।










