सीपी राधाकृष्णन को झारखंड का नया राज्यपाल बनाया गया है. पूर्व राज्यपाल रमेश बैस की तरह ये भी लोकसभा सांसद भी रह चुके हैं. राधाकृष्णन कोयंबटूर लोकसभा क्षेत्र से दो बार निचली सदन जा चुके हैं. इनकी गिनती बीजेपी के बड़े नेताओं में होती रही है. इसके अलावा बीजेपी ने इन्हें तमिलनाडू में पार्टी अध्यक्ष की भी जिम्मेदारी सौंपी थी. अभी वह में बीजेपी के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य थे. बीजेपी ने उन्हें केरल में पार्टी का प्रभारी बनाया. साथ ही सीपी राधाकृष्णन साल 2016 से साल 2019 तक अखिल भारतीय केयर बोर्ड के अध्यक्ष भी रह चुके हैं. बीजेपी के गद्दावर नेताओं में शामिल सीपी राधाकृष्णन का जन्म 20 अक्टूबर 1957 को तमिलनाडु के तिरूपुर जिला में एक साधारण किसान परिवार में हुआ था. 16 साल की उम्र से आरएसएस और जनसंघ से सीधे जुड़े रहे हैं. 1998 के कोयंबटूर बम ब्लास्ट के बाद वो कोयंबटूर लोकसभा सीट से दो बार चुनाव जीते. उन्होंने 1998 में डेढ़ लाख से अधिक मतों से जीत हासिल की. तो 1999 में 55 हजार से ज्यादा वोट के मार्जिन से सफलता प्राप्त की. 2004, 2012 और 2019 के लोकसभा चुनाव में भी उनहें कोयंबटूर लोकसभा सीट से बीजेपी का उम्मीदवार बनाया गया. लेकिन सीपी राधाकृष्णन को सफलता नहीं मिल सकी.
झारखंड में अब तक 11 राज्यपाल
प्रभात कुमार : 15 नवंबर से 3 फरवरी 2002
वीसी पांडेय : 04 फरवरी से 14 जुलाई 2002 (अतिरिक्त प्रभार)
एम. रामा जोइस : 15 जुलाई 2002 से 11 जून 2003
वेद मारवाह : 12 जून 2003 से 9 दिसंबर 2004
सैयद सिब्ते रजी : 10 दिसंबर 2004 से 23 जुलाई 2009
के. शंकरनारायण : 26 जुलाई 2009 से 21 जनवरी 2010
एम.ओ.एच फारूख : 22 जनवरी 2010 से 3 सितंबर 2011
डॉ सैयद अहमद : 4 सितंबर 2011 से 17 मई 2015
द्रौपदी मुर्मू : 18 मई 2015 से 13 जुलाई 2021
रमेश बैस: 7 जुलाई 2021 से