लोकसभा में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 17 दिसंबर को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि ईडी ने प्रमुख मामलों में लगभग 22,280 करोड़ रुपये की संपत्तियां बहाल की हैं। इनमें विजय माल्या, नीरव मोदी और मेहुल चोकसी जैसे बड़े नाम शामिल हैं। विजय माल्या की 14,131.6 करोड़ रुपये की संपत्तियां सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों को वापस की गई हैं, जबकि नीरव मोदी की 1,052.58 करोड़ रुपये की संपत्तियां सार्वजनिक और निजी क्षेत्र के बैंकों को बहाल की गई हैं। मेहुल चोकसी और अन्य की 2,565.90 करोड़ रुपये की संपत्तियां भी बहाल की गई हैं।
निर्मला सीतारमण ने अपने बयान में कहा कि यह संपत्तियां प्रमुख मामलों की हैं और ईडी ने इन संपत्तियों को सफलतापूर्वक बहाल किया है। उन्होंने कहा कि यह कदम वित्तीय अपराधों के खिलाफ सरकार की सख्त नीति का हिस्सा है और इससे बैंकों को बड़ी राहत मिली है। उन्होंने यह भी बताया कि ईडी ने इन संपत्तियों को बहाल करने के लिए कड़ी मेहनत की है और यह सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
वित्त मंत्री ने कहा कि सरकार वित्तीय अपराधों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रही है और यह सुनिश्चित कर रही है कि दोषियों को सजा मिले। उन्होंने कहा कि ईडी की यह सफलता सरकार की नीतियों और प्रयासों का परिणाम है और इससे देश की वित्तीय स्थिरता को मजबूती मिलेगी। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार आगे भी इस दिशा में कड़े कदम उठाएगी और वित्तीय अपराधों के खिलाफ अपनी लड़ाई जारी रखेगी।