निरसा (धनबाद) : दो माह पहले रोजगार की तलाश में छोटू मुंडा (52) कर्नाटक गए थे पर उस वक्त शायद उन्हें मालूम नहीं था रोटी की जगह उसका शव घर वापस आएगा। मृतक का बेटा आजाद ने बताया कर्नाटक की एक कंपनी में हम दोनों मजदूरी किया करते थे। रविवार की रात ड्यूटी जाने के क्रम में अपना मोबाइल चार्जर रूम में भूल गया था, जब वापस लौटा तो देखा पिता को कुछ लोग पीट रहे हैं। जिसमें कंपनी के सुपरवाइजर भी शामिल था। किसी प्रकार से हमने झगड़ा को शांत कराया पर सुपरवाइजर बार-बार दौड़ा-दौड़ाकर जान से मारने की धमकी दे रहा था। सोमवार सुबह जब सुबह उठा तो देखा कि पिता बाहर पड़े हुए हैं। इसके बाद कर्नाटक के एक अस्पताल ले गये, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। वहीं पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हार्ड अटैक बताया गया।
मृतक के बेटे आजाद का कहना है कि पिता को किसी प्रकार की कोई बीमारी नहीं थी। वह बिलकुल स्वस्थ थे। कभी भी हार्टअटैक का लक्षण नहीं देखा। एक ही बार में मौत कैसे हो सकती है। पुत्र की माने तो पिता की हत्या कर साजिश के तहत हार्ड अटैक का षड्यंत्र रचा जा रहा है।
वहीं बुधवार को एंबुलेंस के द्वारा दहीबाड़ी शव पहुंचते ही परिवार में मातम छा गया। छोटू मुंडा अपने पीछे पत्नी उर्मिला के साथ-साथ 5 बच्चों को छोड़ गया।









