गोड्डा लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद निशिकांत दुबे ने तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सांसद महुआ मोइत्रा के खिलाफ रिश्वत के आरोपों पर केंद्रीय आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव और केंद्रीय राज्य मंत्री (एमओएस) आईटी राजीव चंद्रशेखर को पत्र लिखा है. बीजेपी सांसद ने इसके साथ ही इल्जाम लगाया कि महुआ मोइत्रा ने संसदीय प्रश्न पूछकर एक व्यवसाई के व्यवसायिक हितों को हासिल करने के साथ उनकी रक्षा करने के लिए यह साजिश रची.
दुबे ने वैष्णव को लिखे पत्र में इस सारे इल्जाम का आधार एडवोकेट जय अनंत देहाद्राई के पत्र क बनाया है और महुआ मोइत्रा पर लगाए गए आरोपों को सीबीआई के संज्ञान में लाने की बात कही है. दुबे ने दावा किया है कि सुप्रीम कोर्ट के एक वकील ने टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा और व्यवसायी दर्शन हीरानंदानी के बीच रिश्वत के आदान-प्रदान के पुख्ता सबूत शेयर किए हैं, इस घटना को 2005 के ‘कैश फॉर क्वेरी’ घोटाले की याद दिला दी. अपने पत्र में, भाजपा सांसद ने आरोप दोहराया और आईटी मंत्रालय से जांच करने का आग्रह किया कि क्या मोइत्रा ने हीरानंदानी और उनके रियल-एस्टेट समूह को लोकसभा वेबसाइट के लिए अपने लॉगिन क्रेडेंशियल तक पहुंच प्रदान की थी, ताकि वे इसका उपयोग अपने व्यक्तिगत लाभ लिए कर सकें.