पटना : बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी के ‘मिट्टी में मिला देंगे’ वाले बयान पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि जिसे जो करना है करे। ऐसा है तो मिट्टी में मिला दे मुझे। ये लोग यूपी की बात बिहार में कर रहे हैं। इस तरह की भाषा का इस्तेमाल मेरे लिए किया जा रहा है। बीजेपी नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा कि उनमें बुद्धि नहीं है।
दरअसल, आज बाबू वीर कुंवर सिंह का विजय उत्सव मनाया जा रहा है। इसी कार्यक्रम में पहुंचे सीएम नीतीश कुमार ने बाबू वीर कुंवर सिंह के प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर उन्हें याद किया। नीतीश कुमार ने कहा कि हमलोगों ने बिहार में वीर कुंवर सिंह के लिए बहुत काम किया है। इस दौरान उनके साथ विजय चौधरी, लेसी सिंह सहित कई नेता मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि, “जो ये सब बोलता है, हम कभी इस तरीके से बोलते हैं, जो ऐसे शब्दों का प्रयोग करता है, समझ लीजिए बुद्धि नहीं है। जो मन करे बोले, जो करना है कर दे। जहां करना है कर दे। आजकल के बीजेपी नेताओं को बुद्धि नहीं है।”
ममता से मुलाकात पर क्या कहा?
वहीं ममता बनर्जी के साथ मुलाकात को लेकर नीतीश ने कहा कि यह सब चीजें अभी पूछने की बात नहीं है। जब सबकुछ कर लेंगे तब इस बारे में बात करेंगे। हम सभी विपक्षी दलों को एकजुट करने में लगे हैं और अपने लिए कुछ नहीं चाहते हैं। मेरी व्यक्तिगत कोई इच्छा नहीं है। मैं देश के हित में सोच रहा हूं।
NCERT में बदले गए सिलेबस पर बोले नीतीश
बिहार सीएम ने NCERT में बदले गए सिलेबस पर कहा, “अभी जो कुछ हो रहा है, पूरे देश के इतिहास को बदलने की कोशिश हो रही है। कुछ लोग आजकल सब कुछ बदल देना चाहते हैं। सभी पक्षी एक साथ होंगे तो देश सुरक्षित रहेगा। मेरी व्यक्तिगत कोई इच्छा नहीं है। बहुत विपक्षी दलों से बातचीत हो गई है और कुछ लोगों से बातचीत करनी है।”
क्या कहा था सम्राट चौधरी ने?
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने बीते शनिवार को पटना में कहा कि नीतीश कुमार सबसे बड़े पलटीबाज नेता हैं। उन्होंने आगे कहा कि बीजेपी के विधायकों के कंधे पर चढ़कर नीतीश कुमार 5 दफे मुख्यमंत्री बने, लेकिन उन्होंने बीजेपी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धोखा देने का काम किया। पीएम मोदी ने नीतीश कुमार पर भरोसा किया था, जब बिहार की जनता नीतीश कुमार को खारिज कर चुकी थी उसके बावजूद पीएम मोदी ने अपना वादा निभाया और नीतीश कुमार को बिहार का मुख्यमंत्री बनाया। लेकिन नीतीश ने अब अगर पलटी मारी है तो बीजेपी के तमाम नेताओं कार्यकर्ताओं को यह संकल्प लेना होगा कि 2024 और 2025 के चुनाव में नीतीश को राजनीतिक तौर पर मिट्टी में मिला दिया जाए।