Desk. महाराष्ट्र मंदिर महासंघ ने मंदिरों में श्रद्धालुओं की एंट्री को लेकर ऐसे नियम बनाया है, जिसके तहत श्रद्धालुओं को ऐसा कपड़ा पहनना होगा जो पूरा शरीर को ढकता हो। साथ ही अगर कोई अशोभनीय वस्त्र पहना हुआ देखा गया तो उसे मंदिर में प्रवेश से रोका जाएगा। इस नियम को फिलहाल नागपुर में स्थित चार प्रमुख मंदिरों में लागू कर दिया गया है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार मंदिरों के गेट के पास जो सूचना के बोर्ड लगाए गए हैं उसमें सीधे तौर पर मंदिर प्रवेश संबंधी नियम लिख दिये गये हैं, कोई भी भक्त अशोभनीय वेशभूषा जैसे कटी-फटी जींस और स्कर्ट या अंग प्रदर्शन करने वाले उत्तेजक औरअशोभनीय वस्त्र पहनकर प्रवेश ना करें। भारतीय संस्कृत का पालन कर सात्विक और भारतीय वेशभूषा में ही दर्शन करें।
नागपुर के जिन चार मंदिरों में यह नियम लागू किया गया है, उनमें धनटोली स्थित गोपाल कृष्ण मंदिर, कोनहोलीबार इलाके का बृहस्पति मंदिर, हिलटॉप स्थित दुर्गा मंदिर और संकट मोचन पंचमुखि हनुमान मंदिर, बेलोरी शामिल है। महासंघ का कहना है कि कोई भी महिला या पुरुष ऐसे वस्त्र पहन कर नहीं आ सकता है, जो कि अशोभनीय हो। इससे मंदिर की गरिमा पर असर पड़ता है और ये भारतीय संस्कृति पर बुरा असर पड़ रहा है।









