इंफाल : 58 दिनों से जारी हिंसाग्रस्त मणिपुर का दौरा करने पहुंचे कांग्रेस नेता राहुल गांधी को स्थानीय पुलिस ने आगे बढ़ने से रोक दिया है। राहुल गांधी को इंफाल एयरपोर्ट के आगे विष्णुपुर चेकपोस्ट पर रोका गया है। इंफाल एयरपोर्ट पर उतरने के बाद वे चुराचांदपुर जा रहे थे, जहां वे राहत कैंप में पहुंचकर लोगों का हाल जानते।
क्यो बोले बिष्णुपुर के एसपी ?
सूत्रों के मुताबिक राहुल गांधी के काफिले को सुरक्षा कारणों से रोका गया है। पुलिस ने आगे जाने की अनुमति नहीं दी, जिसके बाद काफिला वापस इम्फाल की तरफ लौटने लगा है। बिष्णुपुर के एसपी ने बताया कि राहुल समेत किसी को आगे नहीं जाने दिया जा सकता है। हमारे लिए उनकी सुरक्षा प्राथमिकता में है। आगजनी हुई है और कल रात भी हालात बदतर थे।
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने की बैरिकेड तोड़ने की कोशिश
लंबी जद्दोजहद के बाद राहुल का काफिला वापस इम्फाल हवाई अड्डे की तरफ लौट रहा है। कुछ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बैरिकेड तोड़ने की कोशिश की है। पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़कर भीड़ को हटाया। इससे पहले दोपहर में राहुल इम्फाल एयरपोर्ट से सीधे हिंसा पीड़ितों से मुलाकात करने के लिए निकले। पुलिस ने राहुल का काफिला बिष्णुपुर जिले में रोक दिया था। राहुल इम्फाल से करीब 20 किमी ही आगे बढ़ पाए थे।
आज सुबह इंफाल पहुंचे थे राहुल गांधी
राहुल आज से दो दिन के मणिपुर के दौरे पर पहुंचे थे। वे गुरुवार सुबह दिल्ली से फ्लाइट से मणिपुर के लिए रवाना हुए। राहुल 29 और 30 जून को मणिपुर में रहने का प्लान बनाया गया था। वहां उन्हें राहत शिविरों का दौरा करना था और पीड़ितों का हाल जानना था। इसके अलावा, राहुल मणिपुर की राजधानी इम्फाल और चुराचांदपुर में सिविल सोसायटी के प्रतिनिधियों के साथ बातचीत करनी थी। राहुल को तुइबोंग की ग्रीनवुड अकादमी और चुराचांदपुर के सरकारी कॉलेज जाना था। उसके बाद कोन्जेंगबाम में सामुदायिक हॉल और मोइरांग कॉलेज पहुंचना था।
हिंसा में अब तक 120 लोग गंवा चुके हैं जान
बता दें कि पूर्वाेत्तर का राज्य मणिपुर 58 दिन दिन से हिंसा की आग में जल रहा है। यहां हिंसा में 120 लोग जान गंवा चुके हैं। बड़ी संख्या में लोग घायल हुए हैं। इससे पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी मणिपुर का दौरा किया था और राहत कैंपों में जाकर पीड़ितों की बात सुनी थी। एक हफ्ते पहले गृह मंत्री ने दिल्ली में मणिपुर की स्थिति को लेकर 18 पार्टियों के साथ सर्वदलीय बैठक की थी। इस बैठक में सपा और आरजेडी ने मणिपुर के सीएम बीरेन सिंह के इस्तीफे की मांग की थी। साथ ही मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लगाने की भी मांग की थी।









