रांची. झारखंड प्रदेश में लाह खेती को कृषि का दर्जा मिल चुका है। इससे झारखंड प्रदेश के अंतर्गत लाह खेती से जुड़े पांच लाख कृषकों को सीधे लाभ होगा। इसको लेकर उद्घोष फाउंडेशन के अध्यक्ष कमलेश कुमार सिंह ने प्रदेश के कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता मंत्री बादल पत्रलेख से मुलाकात की। इस दौरान कमलेश सिंह ने मंत्री पत्रलेख को बधाई भी दी।
लाह खेती से जुड़े मौसम आधारित फसल बीमा से जोड़ा जाएगा, किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड मिलेगा, राहत फसल योजना लाभ मिलेगा, वन भूमि पर पारंपरिक तौर पर लाह खेती करने एवं वन अधिकार अधिनियम 2008 के अंतर्गत पात्रता रखने वाले अनुसूचित जनजाति व विनो आधारित लोगों को वन अधिकार दिया जाएगा, ग्रामो में लघु कुटीर उद्योग के रास्ते प्रशस्त हो गए हैं।
इस कार्य को सफल बनाने में अहम भूमिका निभाने वाले झारखण्ड प्रदेश के कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता मंत्री बादल पत्रलेख से मिलकर उद्घोष फाउंडेशन के अध्यक्ष कमलेश कुमार सिंह ने प्रदेश लाखों लाह कृषकों की ओर से बधाई दी। इस दौरान मंत्री ने आश्वस्त किया कि प्रदेश में लाह खेती को नए रूप से विकसित करके किसानों की आर्थिक उन्नति का कार्य जल्द प्रारंभ किया जाएगा।