आज दिनांक 8 मई को डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय, रांची में विश्वविद्यालय की एनएसएस इकाई , रोटरी क्लब ऑफ रांची और ब्लड डोनेशन कैंप, रिम्स, रांची के संयुक्त तत्वावधान में रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। मौके पर कुलपति डॉ तपन कुमार शांडिल्य ने कहा कि जैसा हम सभी जानते है कि सामाजिक दायित्वों के निर्वहन के अंतर्गत कई गतिविधियां आती है जिन्हें पूरा कर हमें आत्मसंतोष का बोध होता है , रक्तदान उन्हीं में से एक सामाजिक दायित्व है, इसलिए रक्तदान को महादान कहा जाता है।
पाठ्यक्रमों में नैतिकता और आदर्शों को समावेशित
उन्होंने आगे कहा कि आज जैसे नई शिक्षा नीति के तहत पाठ्यक्रमों में नैतिकता और आदर्शों को समावेशित करने पर बल दिया जा रहा है, उसी प्रकार रक्तदान को भी पाठ्यक्रम में शामिल किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि इसकी महत्ता का अंदाज इसी बात से लगाया जा सकता है कि आकस्मिक रक्त की आवश्यकता होने पर एक रक्तदाता किसी के लिए जीवनरक्षक के समान होता है। इसके पूर्व रक्तदान शिविर की शुरुआत एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी dr अभय कृष्ण सिंह और स्पोर्ट्स डायरेक्टर dr अभय सागर मिंज के द्वारा रक्तदान कर किया गया ।
88 यूनिट रक्त एकत्रित किया गया
इस पूरे रक्तदान शिविर के दौरान 88 यूनिट रक्त एकत्रित किया गया। इस रक्तदान शिविर के अलावा रिम्स के चिकित्सकों द्वारा अंगदान के विषय में भी जानकारी प्रदान की गई। मौके पर विश्वविद्यालय की कुलसचिव dr नमिता सिंह, डीएसडब्ल्यू dr एसएम अब्बास, कार्यक्रम अधिकारी अभय कृष्ण सिंह, dr शमा सोनाली, dr जीसी बास्के के अलावा रोटरी क्लब , रांची के dr विनय, राजीव मोदी, रोटेरियन अमित अग्रवाल के अलावा रिम्स के dr राजीव रंजन, dr कविता dr चंद्रभूषण के साथ विश्वविद्यालय के राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवकों की सराहनीय भूमिका रही। यह जानकारी पीआरओ प्रो राजेश कुमार सिंह ने दी।