झारखंड की राजधानी रांची के होटल बी.एन.आर. में 7 मई 2025 को एक महत्वपूर्ण राजनीतिक मुलाकात ने सियासी हलचल मचा दी। इस औपचारिक बैठक में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, विधायक कल्पना सोरेन, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष व राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, और कांग्रेस के संगठन महासचिव व लोकसभा सांसद के.सी. वेणुगोपाल ने हिस्सा लिया। इस मुलाकात में देश और झारखंड के वर्तमान परिदृश्य से जुड़े विभिन्न सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक मुद्दों पर गहन विचार-विमर्श हुआ। यह बैठक झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) और कांग्रेस के बीच गठबंधन को और सुदृढ़ करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है।

बैठक में नेताओं ने देश में लोकतंत्र, संवैधानिक मूल्यों, सामाजिक न्याय और झारखंड के विकास से जुड़े मुद्दों पर विशेष ध्यान दिया। हाल ही में रांची के धुर्वा में आयोजित “संविधान बचाओ रैली” के संदर्भ में यह मुलाकात और भी प्रासंगिक हो जाती है, जहां मजदूर विरोधी नीतियों और भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाई गई थी। हेमंत सोरेन और कल्पना सोरेन ने झारखंड के आदिवासी, मजदूर और वंचित वर्गों के हितों की रक्षा पर जोर दिया, जबकि खड़गे और वेणुगोपाल ने राष्ट्रीय स्तर पर विपक्ष की एकजुटता और गठबंधन की रणनीति पर अपने विचार साझा किए। यह मुलाकात इंडिया गठबंधन के नेताओं के बीच नीतिगत समन्वय और भविष्य की रणनीति को मजबूत करने का एक सशक्त प्रयास था।

यह मुलाकात न केवल झारखंड की सियासत के लिए, बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर विपक्षी एकता के लिए भी एक महत्वपूर्ण संदेश देती है। होटल बी.एन.आर. में हुई इस चर्चा ने यह स्पष्ट किया कि जेएमएम और कांग्रेस मिलकर झारखंड में सामाजिक और आर्थिक चुनौतियों का सामना करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। यह बैठक गठबंधन की ताकत को और सुदृढ़ करने के साथ-साथ केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ एकजुट विपक्ष की आवाज को बुलंद करने का मंच प्रदान करती है।
