ऑस्ट्रेलियाई टीम इन दिनों भारत के दौरे पर है. जहां चार टेस्ट मैचों की बॉर्डर-गवास्कर ट्रॉफी चल रही है. पहले टेस्ट मैच में पारी की करारी हार झेलने के बाद अब मेहमान टीम 17 फरवरी से दिल्ली के फिरोजशाह कोटला मैदान (अब अरुण जेटली स्टेडियम) में दूसरा टेस्ट खेलने उतरेगी. नागपुर में खेले गए पहले टेस्ट मैच में कंगारु टीम स्पिन के आगे जिस तरह बेबस दिखी ऐसे में दिल्ली उनके लिये दूर ही लगती है. क्योंकि फिरोजशाह कोटला की पिच भारत की बड़ी टर्निंग ट्रैक में से एक है.
6 साल बाद अरुण जेटली स्टेडियम में मैच
6 साल बाद दिल्ली को टेस्ट मैच की मेजबानी मिली है. इस ग्राउंड पर आखिरी टेस्ट भारत और श्रीलंका की टीम के बीच 2 से 6 दिसंबर 2017 के बीच खेला गया था. जो ड्रॉ रहा था, टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी टीम इंडिया के लिये कप्तान कोहली ने 243 रन और ऑपनर मुरली विजय ने 155 रनों की पारी खेली थी. जबाव में लंकाई टीम पहली पारी में 373 रन बना सकी. दूसरी पारी में भारत ने 246 रनों पर पारी घोषित कर श्रीलंका को 410 रनों का लक्ष्य दिया था. 103 ओवर खेल लंकन टीम ने 5 विकेट खोकर 299 रन बनाए और बिना किसी नतीजे के खत्म हो गया.
यहां पर टीम इंडिया का रिकार्ड शानदार
अरुण जेटली स्टेडियम में टीम इंडिया के खेले गए लास्ट 10 टेस्ट मैचों पर नजर डालें तो मेजबान टीम ने 8 मैच जीते और दो ड्रॉ पर छूटे. मैदान पर टीम इंडिया का अधिकतम स्कोर 613/7 रहा है जो टीम ने 2008 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ही बनाया था. इस मैदान पर मोस्ट विकेट टेकर की बात करें तो टीम इंडिया की स्टार स्पिन जोड़ी टॉप-6 में है. जहां आर अश्विन ने 4 टेस्ट में 27 विकेट झटके हैं तो वहीं रविंद्र जडेजा को 3 टेस्ट में 19 विकेट मिले हैं.