हाल ही में सुप्रीम कोर्ट के आधिकारिक यूट्यूब चैनल को हैक कर लिया गया, जिसमें क्रिप्टोकरेंसी को प्रमोट करने वाले वीडियो पोस्ट किए गए। यह घटना 20 सितंबर 2024 को सामने आई जब चैनल पर “ब्रैड गार्लिंगहाउस: रिपल का SEC के $2 बिलियन जुर्माने पर प्रतिक्रिया! XRP मूल्य भविष्यवाणी” शीर्षक वाला एक वीडियो लाइव हुआ। इस घटना ने न्यायपालिका और साइबर सुरक्षा विशेषज्ञों के बीच चिंता बढ़ा दी है। सुप्रीम कोर्ट प्रशासन ने इस हैकिंग की जांच शुरू कर दी है और चैनल को अस्थायी रूप से निष्क्रिय कर दिया गया है।

सरकार ने इस घटना को गंभीरता से लिया है और साइबर सुरक्षा को मजबूत करने के लिए कदम उठाने की बात कही है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि वे इस मामले की पूरी जांच करेंगे और दोषियों को सजा दिलाने का प्रयास करेंगे। यूट्यूब ने भी इस घटना की जांच शुरू कर दी है और चैनल की सुरक्षा को बढ़ाने के लिए आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। जनता ने इस घटना पर गहरा आक्रोश व्यक्त किया है और न्यायपालिका की सुरक्षा को लेकर सवाल उठाए हैं। यह पहली बार है जब सुप्रीम कोर्ट के यूट्यूब चैनल को हैक किया गया है, जिससे न्यायिक प्रक्रियाओं की लाइव स्ट्रीमिंग प्रभावित हुई है।
इससे पहले भी कई बार सरकारी और निजी संस्थानों के यूट्यूब चैनल हैक किए जा चुके हैं, लेकिन सुप्रीम कोर्ट के चैनल का हैक होना एक गंभीर मामला है। इस घटना ने न्यायिक प्रणाली की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं। जनता ने इस घटना को लेकर सोशल मीडिया पर अपनी नाराजगी जाहिर की है और न्यायपालिका की सुरक्षा को और मजबूत करने की मांग की है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि वे इस मामले की पूरी जांच करेंगे और दोषियों को सजा दिलाने का प्रयास करेंगे। इस घटना ने साइबर सुरक्षा के महत्व को और भी बढ़ा दिया है और सरकार को इस दिशा में और कदम उठाने की आवश्यकता है।










