रामगढ़ जिले के चोरघरा पंचायत की लपंगा कॉलोनी की तमन्ना वर्मा ने खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2025 में तीरंदाजी में कांस्य पदक जीतकर झारखंड का नाम राष्ट्रीय स्तर पर रोशन किया। बिहार के भागलपुर में 4 से 15 मई 2025 तक आयोजित इस प्रतियोगिता में देश के शीर्ष 16 तीरंदाजों का चयन हुआ था, जिसमें झारखंड से तमन्ना वर्मा एकमात्र महिला तीरंदाज थीं। 2024 में गुजरात में हुए चयन के बाद तमन्ना ने कंपाउंड तीरंदाजी में हरियाणा की तमन्ना गुलिया को हराकर यह शानदार उपलब्धि हासिल की। स्वर्ण और रजत पदक महाराष्ट्र की शरवरी सोमनाथ और वैष्णवी पवार के नाम रहे। तमन्ना की इस जीत ने रामगढ़ और झारखंड के लिए गर्व का क्षण रचा।
तमन्ना ने यह कांस्य पदक अपनी दादी को समर्पित किया, जिनका निधन 15 अप्रैल 2025 को हुआ था। इस व्यक्तिगत त्रासदी के बावजूद, तमन्ना ने हार नहीं मानी और मात्र पांच दिन बाद झारखंड का प्रतिनिधित्व करने के लिए रवाना हो गईं। उनके कोच प्रकाश राम ने इस दुखद समय में उनका मनोबल बढ़ाया और उन्हें प्रतियोगिता के लिए प्रेरित किया। तमन्ना ने रामगढ़ के उपायुक्त का आभार व्यक्त किया, जिन्होंने तीरंदाजी किट उपलब्ध कराकर उनकी तैयारी को सशक्त बनाया। साथ ही, बिरसा मुंडा अकादमी सिल्ली के संस्थापक सुदेश महतो और नेहा महतो के समर्थन को भी तमन्ना ने अपनी सफलता का महत्वपूर्ण हिस्सा बताया।
तमन्ना वर्मा की यह उपलब्धि न केवल एक व्यक्तिगत जीत है, बल्कि यह झारखंड में उभरती खेल प्रतिभाओं के लिए एक प्रेरणा स्रोत भी है। एक छोटे से गांव से निकलकर राष्ट्रीय मंच पर कांस्य पदक जीतने वाली तमन्ना ने साबित कर दिया कि दृढ़ संकल्प और सामुदायिक समर्थन के साथ कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं है। उनकी यह सफलता रामगढ़ जिले में तीरंदाजी जैसे खेलों को बढ़ावा देने और युवा खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। तमन्ना की कहानी मेहनत, समर्पण और भावनात्मक दृढ़ता की एक मिसाल है, जो आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणादायक रहेगी।
-रिपोर्टर: कुमार मिश्रा