रांची. झारखंड के रांची नगर निगम समेत 34 नगर निकायों का कार्यकाल कल समाप्त हो रहा है। यदि चुने हुए जनप्रतिनिधियों को सेवा विस्तार नहीं दिया जाता है, तो सरकार द्वारा निकायों के अधिकारियों को ही सभी अधिकार दिया जाएगा। मेयर, डिप्टी मेयर, अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, वार्ड पार्षद सभी अधिकारविहीन हो जाएंगे। साथ ही निकायों के बोर्ड भी भंग हो जाएंगे।
इसका हो रहा है कार्यकाल समाप्त
जिन निकायों का कार्यकाल खत्म हो रहा है, उनमें रांची, हजारीबाग, गिरिडीह, मेदिनीनगर और आदित्यपुर नगर निगम एवं गढ़वा, चतरा, मधुपुर, गोड्डा, साहिबगंज, पाकुड़, मिहिजाम, चिरकुंडा, फुसरो, गुमला, लोहरदगा, सिमडेगा, रामगढ़, चाईबासा और कपाली नगर परिषद तथा नगर उंटारी, हुसैनाबाद, छतरपुर, लातेहार, डोमचांच, राजमहल, बडहरवा, बासुकीनाथ, जामताड़ा, खूंटी, बुंडू और सरायकेला-खरसावां नगर पंचायत शामिल है।
वहीं नगर निकायों के कार्यकाल समाप्त होने को लेकर मेयर आशा लकड़ा ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर नगर निकायों के जनप्रतिनिधियों के कार्यकाल को अवधि विस्तार देने की मांग की है। उन्होंने कहा है कि शहरी निकायों में जनप्रतिनिधियों के नहीं रहने से अफसरशाही हावी हो जाएगी। आम लोगों की समस्याएं सुनने वाला कोई नहीं रहेगा, क्योंकि हर व्यक्ति अफसरों से सीधे नहीं मिल सकता। इसलिए रांची सहित सभी निकायों के कार्यकाल को अवधि विस्तार दिया जाए।