झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन के प्रधान सचिव रहते राजीव अरुण एक्का की फाइल निपटाते एक वीडियो बीजेपी नेता बाबूलाल मरांडी ने जारी किया था. सत्ता की गलियारों में गहरी पैठ रखने वाले विशाल चौधरी के दफ्तर में बैठकर राजीव अरुण एक्का फाइलें निपटा रहे थे. वीडियो जारी होने के बाद, राजीव अरुण एक्का को सीएम के प्रधान सचिव के साथ ही दिये गये अन्य अतिरिक्त प्रभार वाले विभागों से भी हटा दिया गया था. राज्य सरकार ने उन पर लगे आरोपों की जांच के लिए एक सदस्यीय न्यायिक जांच आयोग का गठन किया है. रिटायर्ड चीफ जस्टिस विनोद कुमार गुप्ता एक्का पर लगे आरोपों की जांच करेंगे. जांच छह महीने में पूरी होगी. सोमवार की रात कार्मिक विभाग ने इसकी अधिसूचना जारी की.