प्रयागराज : प्रयागराज में अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की पुलिस की मौजूदगी में हत्या करने वाले तीनों आरोपियों को केंद्रीय कारागार नैनी से प्रतापगढ़ जेल में शिफ्ट कर दिया गया है। तीनों आरोपी लवलेश तिवारी, सनी और अरुण मौर्य को प्रतापगढ़ जेल में दाखिल करा दिया गया है। प्रयागराज की नैनी जेल में ही अतीक अहमद का बेटा अली अहमद बंद है और इसलिए सुरक्षा के मद्देनजर तीनों आरोपियों को प्रतापगढ़ जिला कारागार में शिफ्ट किया गया है।
प्रतापगढ़ जेल में किया गया शिफ्ट
अतीक-अशरफ हत्याकाडं को लेकर पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि हमीरपुर के सनी (23), बांदा के लवलेश तिवारी (22) और कासगंज के अरुण कुमार मौर्य (18) को प्रशासनिक आधार पर प्रयागराज की केंद्रीय कारागार से जिला जेल प्रतापगढ़ शिफ्ट किया गया है। पुलिस अधिकारी ने कहा कि तीनों आरोपियों को दोपहर 12 बजे प्रयागराज से ले जाया गया और दोपहर 2ः10 बजे प्रतापगढ़ में प्रवेश किया। अतीक अशरफ हत्याकांड के तीनों आरोपी कॉन्ट्रेक्ट किलर बताए जा रहे हैं और इस हत्याकांड की जांच के लिए एसआईटी का भी गठन किया गया है।
बंद लिफाफे में किसका लिखा है नाम ?
बता दें कि इस हत्याकांड को लेकर अतीक के वकील विजय मिश्रा ने आरोप लगाते हुए कहा है कि ये राजनीतिक मर्डर है। इसके साथ ही विजय मिश्रा ने कहा कि बंद लिफाफे में मरावाने वाले का नाम लिखा है। वहीं उन्होंने कहा कि जब अशरफ बरेली जेल में बंद था तो उससे में मिला था, इस मुलाकात के दौरान अशरफ ने मुझे बताया था कि मेरी हत्या कर दी जाएगी।
‘सरेंडर करना चाहती है अतीक की पत्नी शाइस्ता’
इसके साथ ही वकील विजय मिश्रा ने कहा कि अशरफ ने कहा था कि बंद लिफाफे में उसका नाम लिख जाऊंगा और अब बंद लिफाफे नाम वाली चिट्ठी चीफ जस्टिस तक पहुंचा दी जाएगी। वहीं उन्होंने अतीक की पत्नी शाइस्ता के संपर्क के सवाल पर कहा कि शाइस्ता से दस दिन पहले संपर्क हुआ था तो उन्होंने कहा था वो सरेंडर करना चाहती है।