पटना : राष्ट्रीय लोक जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने दिल्ली जाकर गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की। मुलाकात के दौरान उनके साथ बिहार बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष संजय जायसवाल और आरएलजेडी के महासचिव माधव आनंद भी मौजूद रहे। शाह से उपेंद्र की हुई मुलाकात का बिहार में अब सियासी अटकलों का बाजार गर्म हो गया है। कयास लगाया जा रहा है कि उपेंद्र कुशवाहा एक बार फिर से एनडीए में शामिल हो सकते हैं। हालांकि पटना लौटने पर इस सवाल के जवाब में कुशवाहा ने कहा कि हमको जो बात बतानी होगी तब हम मीडिया को बुलाकर बताएंगे। उस स्तर तक अभी हम खुद को तैयार नहीं कर पाए हैं कि उन सब चीजों को शेयर कर पाएं।
पटना एयरपोर्ट पर अमित शाह के साथ हुई बैठक पर उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि दिल्ली में बीजेपी के बड़े नेता से जरूर बात हुई है। लेकिन क्या बात हुई है इसकी जानकारी मीडिया को समय आने पर बता देंगे।
‘2024 में नरेंद्र मोदी से किसी का कोई मुक़ाबला नहीं’
उन्होंने विरोधी दल की एकता को लेकर कहा कि नीतीश कुमार बिहार के ही महागठबंधन दल के नेताओं से दिल्ली में मुलाक़ात करते हैं। लेकिन इसका कोई फ़ायदा नहीं होने वाला है। साथ ही उन्होंने कहा कि 2024 में नरेंद्र मोदी से किसी का कोई मुक़ाबला नहीं है।
ज़हरीली शराब से हुई मौत पर मुआवजा को लेकर कुशवाहा ने नीतीश पर कसा तंज
मोतिहारी में ज़हरीली शराब से हुई मौत के बाद पीड़ित परिवार को मुआवज़ा देने के सरकार के फ़ैसले को लेकर भी उपेंद्र कुशवाहा ने सवाल खड़ा किया। उपेन्द्र कुशवाहा ने कहा कि नीतीश कुमार हमेशा अपने संकल्प के बाद उसको तोड़ते हैं। शराबबंदी को लेकर मुआवज़ा देने का फ़ैसला हो या शिक्षक नियोजन को लेकर नीति का हो। शिक्षक बहाली को लेकर पहले भी हमने कई बार सुझाव दिया था लेकिन अब जाकर उसको लागू किया गया है।
‘आयोग बनाकर शिक्षकों की बहाली करने का दिया था सुझाव’
कुशवाहा ने कहा कि शिक्षक बहाली की जो राज्य सरकार की प्रक्रिया है इस पर हम लोग बार-बार कह रहे हैं कि यह गलत है। इससे क्वालिटी शिक्षा नहीं मिलेगी। हम लोगों ने कहा था कि आयोग बनाकर शिक्षकों की बहाली करें, लेकिन इसपर ध्यान नहीं दिया गया। अब जाकर नीतीश कुमार संशोधन कर हमारी बातों को ही मान रहे हैं। जो भविष्य बर्बाद हुआ है उसको कौन लौटाएगा? काफी चीजों को बदलने की जरूरत पहले थी, लेकिन बदलने का निर्णय अब ले रहे हैं।