रामगढ़: झारखंड के रामगढ़ उपचुनाव में 27 फरवरी को सुबह 7 से शाम 5 बजे तक मतदान होगा. 2 मार्च को रिजल्ट आएगा. चुनाव को लिये पोलिंग पार्टियों को उनके गंतव्य के लिये रवाना किया गया. रामगढ़ महाविद्यालय में बनाए गए डिस्पैच सेंटर से सेक्टर दण्डाधिकारियों, पीठासीन, प्रथम, द्वितीय और तृतीय मतदान पदाधिकारियों की टीम को रवाना किया गया.
233 भवनों में 405 मतदान केंद्र
मतदान के लिए दो हजार से अधिक मतदानकर्मी लगाए गए हैं. इनमें 2025 मतदान कर्मी, 69 सेक्टर मजिस्ट्रेट, 63 माइक्रो ऑब्जर्वर की नियुक्ति है. रामगढ़ जिले के चार प्रखंड के कुल 233 भवनों में 405 मतदान केंद्र बनाए गए हैं. रामगढ़ प्रखंड में 118, दुलमी प्रखंड में 64, चितरपुर प्रखंड में 70 और गोला प्रखंड में 153 मतदान केंद्र बनाए गए हैं. वहीं 55 सेक्टर और 10 क्लस्टर बनाए गए हैं.
3,34,167 मतदाता करेंगे वोट
रामगढ़ उपचुनाव में 506 ईवीएम और 547 वीवीपैट का इस्तेमाल होगा. 3 लाख 34 हजार 167 मतदाता हैं, जिसमें 1 लाख 72 हजार 923 पुरुष, 1 लाख 61 हजार 244 महिला मतदाता शामिल हैं, जो 18 प्रत्याशियों की राजनीतिक किस्मत का फैसला करेंगे.
चुनाव को लेकर प्रशासनिक तैयारी पूरी
इधर जिला प्रशासन ने भयमुक्त और शांतिपूर्ण माहौल में चुनाव संपन्न कराने को लेकर पूरी तैयारी कर ली है. इसके लिये जिला पुलिस बल के अलावा 3 हजार अतिरिक्त जवानों को तैनात किया जाएगा. इसमें CRPF की 10 कंपनी भी शामिल है. 280 पुलिस इंस्पेक्टर, एसआई और एएसआई की अलग से तैनाती रहेगी SSB 1797 और होमगार्ड के दो सौ जवानों की तैनाती रहेगी.
18 प्रत्याशियों कि किस्मत दांव पर
बजरंग महतो (कांग्रेस), सुनीता चौधरी (आजसू पार्टी), युगन कुमार (नवोदय जनतांत्रिक पार्टी), संतोष कुमार महतो (झारखंड पार्टी), अजीत कुमार (निर्दलीय), इमाम सफी (निर्दलीय), कामदेव महतो (निर्दलीय), तुलेश्वर कुमार पासवान (निर्दलीय), धनंजय कुमार पुटूस (निर्दलीय), पांडव कुमार महतो (निर्दलीय), प्रदीप कुमार (निर्दलीय), फारुख अंसारी (निर्दलीय), मनोज कुमार बेदिया (निर्दलीय), महिपाल महतो (निर्दलीय), रामावतार महतो (निर्दलीय), रंजीत महतो (निर्दलीय), सहदेव कुमार (निर्दलीय) एवं सुलेन्द्र महतो (निर्दलीय) प्रत्याशी के तौर पर चुनावी मैदान में हैं.
सभी दलों ने लगाया है पूरा जोर
उपचुनाव को लेकर सभी प्रत्याशी और दलों ने पूरा जोर लगाया है. आजसू के लिये बीजेपी के बड़े नेताओं के साथ, आजसू अध्यक्ष, सांसद, विधायक ने कैंप किया तो वहीं कांग्रेस के लिये सीएम हेमंत सोरेन ने 5 सभाएं की. जेएमएम, कांग्रेस, आरजेडी और वाम दलों के नेताओं ने भी जमकर प्रचार किया. वहीं 13 निर्दलीय प्रत्याशियों ने भी पूरी ताकत झोंकी है.
2019 से पहले AJSU का रहा दबदबा
रामगढ़ के इतिहास की बात करें तो बिहार से अलग होने के बाद पहली बार यहां साल 2005 में विधानसभा चुनाव हुए थे. इस सीट पर आजसू के चंद्र प्रकाश चौधरी ने जीत हासिल की थी फिर वो 2005, 2009 और 2014 तक में भी विधायक रहे. वर्ष 2019 में जब चंद्रप्रकाश चौधरी गिरिडीह से सांसद बन गये. तो इसी वर्ष के विधानसभा चुनाव में अपनी पत्नी सुनीता चौधरी को मैदान में उतारा. लेकिन कांग्रेस की ममता देवी ने 44.70 प्रतिशत वोट लाकर जीत हासिल कर ली थी. आजसू को 31.86 और बीजेपी को 14.26 प्रतिशत वोट हासिल हुए थे. इस बार आजसू और बीजेपी साथ में हैं.
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