RJD नेता तेजस्वी यादव ने शनिवार को वक्फ संशोधन विधेयक 2025 की कड़ी आलोचना करते हुए इसे संविधान के खिलाफ और देश को बांटने वाला बताया। लोकसभा और राज्यसभा में लंबी बहस के बाद इस विधेयक को पारित किया गया, जिसके खिलाफ RJD के सभी सांसदों ने मतदान किया। तेजस्वी का कहना है कि यह विधेयक अनुच्छेद 26 का उल्लंघन करता है और BJP इसे ध्रुवीकरण पैदा करने तथा बेरोजगारी, महंगाई और गरीबी जैसे अहम मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए इस्तेमाल कर रही है। उनके अनुसार, RSS और BJP संविधान के मूल्यों के खिलाफ हैं और नागपुर की विचारधारा को लागू करना चाहते हैं, जिसका RJD हमेशा विरोध करता रहा है।
बिहार की राजनीतिक स्थिति इस विधेयक के पारित होने के बाद और अधिक गर्म हो गई है। JD(U) के पांच सदस्यों द्वारा अपने पदों से इस्तीफा देने के बाद तेजस्वी यादव को आगामी विधानसभा चुनावों में एक मजबूत प्रतिद्वंद्वी के रूप में देखा जा रहा है। उन्होंने अपने बयान में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की स्वास्थ्य स्थिति पर टिप्पणी करने से बचते हुए कहा कि कुछ राजनीतिक दल जो खुद को धर्मनिरपेक्ष बताते हैं, वे अपनी सत्ता की लालसा के कारण उजागर हो चुके हैं। इससे JD(U) के भीतर असंतोष बढ़ा है और इस घटना ने आगामी चुनावों में तेजस्वी की संभावनाओं को मजबूत किया है।
दूसरी ओर, अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू ने विधेयक का बचाव करते हुए इसे वक्फ संस्थानों में पारदर्शिता और शासन सुधारने की दिशा में एक सकारात्मक कदम बताया। विधेयक के प्रमुख प्रावधानों में वक्फ बोर्डों के अनिवार्य योगदान को कम करना, संपत्ति प्रबंधन के लिए केंद्रीकृत पोर्टल बनाना और महिलाओं के उत्तराधिकार को सुनिश्चित करना शामिल है।