pregnant woman : सनातन धर्म में नाग को देवता मानकर उसकी पूजा की जाती है। देश के विभिन्न हिस्सों में नागपंचमी पर्व मनाया जाता है। आम बोलचाल में नाग के लिए सांप शब्द ज्या्दा प्रचलित है। सांपों को लेकर कई तरह के भ्रम भी हैं और अनगिनत किस्से-कहानियां हैं, जिन पर फिल्में तक बन चुकी है। सांपों को दूध पिलाने से लेकर उनके जहरीले होने, सांप के काटने आदि तक कई भ्रांतियां प्रचलित हैं। गर्भवती महिलाओं और सांपों को लेकर भी कई बातें मशहूर हैं।
गर्भवती महिलाओं से डरते हैं सांप ?
कहा जाता है कि सांप काटने पर उसके जहर से मौत होने की आशंका बहुत कम रहती है क्यों कि सभी सांप पर्याप्त जहरीले नहीं होते हैं। बल्कि सांप काटने के डर से ही लोगों की मौत हो जाती है। इसी तरह भ्रांति है कि सांप दूध पीते हैं, जबकि विज्ञान की राय इससे अलग है। इसी तरह यह भी मत है कि सांप गर्भवती महिलाओं से डरते हैं और उनके करीब भी नहीं जाते हैं। कहा जाता है कि गर्भवती महिलाओं को देखने से सांप अंधे हो जाते हैं।
गर्भवती महिला को क्यों नहीं काटते ? ये है कारण
दरअसल, गर्भधारण के बाद स्त्री के शरीर में कुछ ऐसे तत्वों का निर्माण होता है, जिससे सांप आसानी से पहचान लेते है कि ये महिला गर्भवती है। वहीं सांप गर्भवती महिला को काटते क्यों नहीं है, इसके पीछे एक पौराणिक कथा है। ब्रह्मवैवर्त पुराण की कथा के अनुसार, एक बार एक गर्भवती स्त्री भगवान शिव की तपस्या कर रही थी। तभी वहां 2 सांप आ गए और उनके आने से गर्भवती स्त्री का ध्यान भंग हो गया। तपस्या भंग होने के कारण स्त्री के गर्भ में पल रहे शिशु ने पूरे नागवंश को श्राप दे दिया कि यदि कोई भी नाग-नागिन गर्भवती स्त्री के पास भी जाएगा तो वो अंधा हो जाएगा। इसके बाद से ही यह माना जाने लगा कि गर्भवती स्त्री को देखकर सांप अंधे हो जाते हैं और उसे काटते भी नहीं है।
इस बात का ध्यान रखें गर्भवती महिलाएं ?
चूंकि वैज्ञानिक तौर पर अब तक ऐसा कोई प्रमाण नहीं मिला है कि गर्भवती स्त्री को सांप नहीं काटते। लिहाजा गर्भवती महिलाएं सांप के करीब ना जाएं, वरना सांप महिला और उसके गर्भ में पल रहे शिशु को जाने-अनजाने में नुकसान पहुंच सकता है। लिहाजा सांप या ऐसे खतरनाक जीवों से दूरी बनाए रखना ही बेहतर है।









