नई दिल्ली : दिल्ली के जंतर-मंतर पर भारतीय कुश्ती संघ (WFI) के अध्यक्ष और BJP सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर पहलवानों का धरना जारी है। पहलवानों को समर्थन देने के लिए कई राजनेता भी पहुंच रहे हैं। धरने के चौथे दिन बुधवार, 26 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक भी पहुंचे और कहा कि यह लड़ाई सिर्फ पहलवानों की नहीं है, यह हमारे देश की सभी महिलाओं की लड़ाई है।
सत्यपाल मलिक ने कहा कि जैसे किसानों के सामने सरकार को झुकना पड़ा था और पीएम मोदी को माफी मांगनी पड़ी थी वैसे ही पहलवानों से भी माफी मांगनी पड़ेगी। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा, “जब किसान संघों ने कुछ महीने पहले विरोध प्रदर्शन किया, तो वे पीएम से माफी मंगवाने में सफल रहे थे। तुम (पहलवान) भी इस ही तरह सफल हो कर ही रहोगे।”
“पहलवानों का समर्थन बढ़ाने की जरूरत”
सत्यपाल मलिक ने आगे कहा, “पहलवानों का समर्थन बढ़ाने की जरूरत है और मैं इसे बढ़ाने के लिए व्यक्तिगत रूप से अपनी भूमिका निभाऊंगा, क्योंकि यह लड़ाई सिर्फ उनकी नहीं है, यह हमारे देश की सभी महिलाओं की लड़ाई है। मैं इन पहलवान लड़कियों को धैर्य रखने के लिए कहना चाहता हूं, क्योंकि यह इस लड़ाई में सफल होंगी, देश इनके साथ है। इन्हें कुश्ती के क्षेत्र में भ्रष्टाचार खत्म करने के लिए संघर्ष करने वाली लड़कियों के रूप में याद किया जाएगा।”
सुप्रीम कोर्ट में 28 अप्रैल को होगी सुनवाई
बता दें कि इस मामले में पहलवानों द्वारा सुप्रीम कोर्ट में दायर की गई याचिका पर शुक्रवार को सुनवाई होगी। सुप्रीम कोर्ट ने माना है कि पहलवानों ने याचिका में यौन उत्पीड़न के गंभीर आरोप लगाए हैं। इन पर विचार किए जाने की जरूरत है। मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ ने अब तक एफआईआर न दर्ज किए जाने को लेकर दिल्ली पुलिस को नोटिस भी जारी किया है। इसके अलावा, सुप्रीम कोर्ट ने 7 महिला शिकायतकर्ताओं के नाम ज्यूडिशियल रिकॉर्ड से हटाने के लिए कहा, ताकि इनकी पहचान सामने ना आए।