Desk. भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने आशंका जताई है कि चुनिंदा बैंकों में कॉरपोरेट गवर्नेस के मुद्दे पर कुछ चिंताएं उभर रही हैं, जिसके बाद का परिणाम बैकों में अस्थिरता का हो सकता है। उन्होंने बैंकों के लिए संदेश दिया है कि वो ग्राहकों के पैसे की सुरक्षा को सबसे ऊपर रखें।
दरअसल, सोमवार को रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने देश के केंद्रीय बैंकों के डायरेक्टर्स के लिए एक कॉन्फ्रेंस आयोजित की। इस दौरान आरबीआई गवर्नर ने इस बात पर जोर दिया कि बैंकिंग सेक्टर की मजबूती बनाए रखने के लिए जरूरी है कि ऐसे किसी भी संकेतों को तुरंत पहचाना जाए जो आगे चलकर खतरे की घंटी बन सकते हैं। उन्होंने इसके लिए अमेरिका के बैंकिंग संकट का उदाहरण दिया और कहा कि भारत को ऐसी स्थिति को देखकर पहले ही सतर्कता का रुख अपनाना होगा।
आरबीआई गवर्नर के मुताबिक देश के बैंकों के बोर्ड और मैनेजमेंट को ये ध्यान रखना होगा कि वो ऐसे कारणों पर ध्यान दें जो आगे चलकर पूरे देश के बैंकिंग सेक्टर के लिए अस्थिरता की वजह बन सकते हैं। उन्होंने कहा कि देश का केंद्रीय बैंक इस बात की इजाजत नहीं दे सकता है कि जनता के पैसे पर किसी भी तरह की असुरक्षा की स्थिति देखी जाए।









