बरेली। साई सुखदा अस्पताल में धूमधाम से 78 में स्वतंत्रता दिवस को मनाया गया इस उपलक्ष में अस्पताल के सभी चिकित्सा व नर्सिंग स्टाफ एवं एडमिनिस्ट्रेटिव स्टाफ उपस्थित रहा। हॉस्पिटल के संस्थापक एवं अध्यक्ष डॉक्टर शरद अग्रवाल ने झंडा रोहण किया और भारत की प्रगति के बारे में बताया आजाद भारत में लगभग 6 दशक बाद ऐसा होने जा रहा है जब देश का प्रधानमंत्री लगातार 11वीं बार लाल किले से राष्ट्र को संबोधित करने वाला है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 15 अगस्त को 78 में स्वतंत्रता दिवस पर यह कीर्तिमान बनाने जा रहे हैं क्या आपने कभी सोचा है कि आज भारत इतनी बड़ी आर्थिक शक्ति कैसे बना है अंग्रेजों से आजाद होने की बात 1947 से अब तक देश की इकोनॉमी कैसे बदली है यह बात तो आपने कहीं ना कहीं जरूर सुनी या पड़ी होगी कि अंग्रेजों ने भारत का कितना शोषण किया था जब देश आजाद हुआ था तो उसकी हालत खस्ता थी ऐसे में तब देश के पहले प्रधानमंत्री बने पंडित जवाहरलाल नेहरू के सामने भारत को एक देश के तौर पर दोबारा खड़े रहने की चुनौती थी। देश की अर्थव्यवस्था को नए सिरे से बनाना था इसलिए उस दौर में मिश्रित अर्थव्यवस्था के मॉडल को चुना गया जिसे आम भाषा में नेहरू मॉडल भी कहते हैं। देश की आजादी से अब तक इसी तरह कई बदलाव इकोनॉमी ने देखे हैं। भारत के प्रधानमंत्री को देश की इकोनॉमी को उसे दौर में दोबारा खड़ा करना था जब दुनिया पूंजीवाद और साम्यवाद के दो धड़ों में बंटी थी और शीत युद्ध लड़ रही थी ऐसे में भारत जैसे बड़े देश के लिए उन्होंने खुद का आर्थिक मॉडल बनाया और मिश्रित व्यवस्था को चुना। पूर्व प्रधानमंत्री नेहरू ने सरकार के खर्च पर बड़े-बड़े कॉरपोरेशन पेट्रोलियम और स्टील कंपनियां बनाई वहीं बड़े-बड़े रिसर्च और एजुकेशनल इंस्टीट्यूट भी खड़े किए प्राइवेट सेक्टर को भी सरकार की निगरानी में काम करने की छूट दी गई और सभी को पंचवर्षीय योजना के लक्ष्यों के साथ राष्ट्र निर्माण के धागों में पिरोया गया। आज भारत विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है और यदि सैन्य सेवाओं की दृष्टि से देखा जाए तो विश्व में दूसरे नंबर पर आते हैं अंतरिक्ष में हम दूसरे नंबर पर आते हैं आज भारत वैज्ञानिक डॉक्टर इंजीनियर अन्य प्रोफेशनल से भरा हुआ है अतः विश्व की प्रगति से कदम ताल मिलाते हुए सर्वजन सुखाय की अवधारणा के साथ हम आगे बढ़ रहे हैं। इसके उपरांत वृक्षारोपण का कार्य किया गया जिसमें डॉ अर्चना अग्रवाल, डॉ शरद अग्रवाल, डॉ सुमित खंडेलवाल, डॉ सीताराम सिंह, डॉ ओमकार मिश्रा, सुनील गुप्ता, अजय भसीन, प्रवीण कुमार आदि ने भाग लिया।