Entry of influenza H3N2 in Madhya Pradesh: मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में इन्फ्लूएंजा H3N2 का पहला मामला सामने आया है. गुरुवार को युवक की रिपोर्ट H3N2 पॉजिटिव मिली थी. उसके बाद उसे घर पर ही क्वारंटाइन कर दिया गया है. स्वास्थ्य आयुक्त ने सभी जिलों के सीएमएचओ और सिविल सर्जन को एडवाइजरी जारी की है. इसके अलावा भोपाल, ग्वालियर और जबलपुर में इसकी जांच की जाएगी. वहीं, अस्पतालों में जरूरी उपकरण, दवाएं और मेडिकल ऑक्सीजन की पर्याप्त व्यवस्था करने के निर्देश दिये गये हैं.
शुगर, हार्ट, लिवर, किडनी, कैंसर और श्वास पेशेंट को ज्यादा खतरा
एडवाइजरी के मुताबिक छोटे बच्चों, गर्भवती महिलाओं, शुगर, हार्ट, लिवर, किडनी, कैंसर व श्वास रोगियों H3N2 के संक्रमण से खतरा ज्यादा है. इन बीमारियों से पीड़ित व्यक्ति की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होती है.
क्या है H3N2 वायरस
H3N2 इन्फ्लूएंजा-ए वायरस का सब टाइप है. डब्ल्यूएचओ और अमेरिका के सीडीसी के मुताबिक यह मनुष्यों में इन्फ्लुएंजा का अहम कारण है. यह वायरस पक्षियों और जानवरों को भी संक्रमित कर सकता है.
H3N2 इफ्लूएंजा एक से दूसरे व्यक्ति में मुंह या नाक से निकलने वाली बूंदों के माध्यम से फैलता है. छींकने, खांसने और यहां तक कि बोलने पर जो बूंदें निकलती हैं, वह आसपास मौजूद लोगों को संक्रमित कर सकती है.