● उपायुक्त की अध्यक्षता में स्वास्थ्य विभाग की जिला स्तरीय समीक्षात्मक बैठक संपन्न
● स्वास्थ्य विभाग अंतर्गत एक साथ कई योजनाओं की बैठक कर दिए गए आवश्यक दिशा निर्देश
● जिला सलाहकार समिति (PC&PNDT) तथा एकीकृत रोग निगरानी परियोजना-एकीकृत स्वास्थ्य सूचना प्लेटफ़ॉर्म (IDSP-IHIP) की बैठक कर दिए गये आवश्यक दिशा निर्देश
स्वास्थ्य विभाग की जिला स्तरीय समीक्षात्मक बैठक का आयोजन आज उपायुक्त शेखर जमुआर की अध्यक्षता में समाहरणालय के सभाकक्ष में संपन्न की गई। जिला स्तरीय स्वास्थ्य विभाग की इस समीक्षात्मक बैठक में विभाग से संबंधित एक साथ कई योजनाओं की समीक्षा करते हुए आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए। स्वास्थ्य विभाग के समीक्षा के दौरान जिले एवं प्रखंड के विभिन्न स्वास्थ्य केंन्द्रो पर स्वास्थ्य सुविधाओं, चिकित्सकों की उपलब्धता की अद्यतन स्थिति से अवगत होते हुए आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए। आयुष्मान कार्ड योजना, आभा कार्ड निर्माण आदि विषयों पर भी चर्चा की गई। 15वें वित्त आयोग के तहत विभिन्न प्रखंडों में स्वास्थ्य उप केंन्द्रो का निर्माण कार्य एवं निर्माण के पश्चात नवनिर्मित भवनों को हस्तगत कराने की प्रक्रिया की अद्यतन स्थिति की समीक्षा की गई तथा कार्य में तेजी लाने का निर्देश दिया गया। नीति आयोग के विभिन्न इंडिकेटरों की समीक्षा करते हुए आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए। इसके तहत एएनसी रजिस्ट्रेशन, संस्थागत प्रसव, child full immunization, फैमिली प्लैनिंग, ई-संजीवनी (टेलीमेडिसिन) की समीक्षा कर अद्यतन स्थिति से अवगत होने का कार्य किया गया। उक्त बैठक में स्वास्थ्य विभाग अंतर्गत संचालित अन्य गतिविधियों जैसे कि डिस्ट्रिक्ट प्रोग्राम इम्प्लीमेंटशन कमिटी, डिस्ट्रिक्ट TB फोरम, डिस्ट्रिक्ट TB कोर्बीडिटी कोऑर्डिनेशन कमिटी, डिस्ट्रिक्ट टास्क फोर्स ऑफ़ TB, एक्टिव केस finding फॉर TB, प्रपोजल फॉर TB फ्री पंचायत, डिस्ट्रिक्ट ग्रिवांस रेडरेसेल कमिटी (DGRC), हॉस्पिटल मेंटेनेंस एवं अबुवा स्वास्थ्य योजना आदि के अद्यतन प्रतिवेदन की समीक्षा करते हुए आवश्यक दिशा निर्देश निर्गत किए गए।
बैठक के अगले क्रम में उपायुक्त -सह- जिला समुचित प्राधिकारी (PC&PNDT) गढ़वा, शेखर जमुआर की अध्यक्षता में जिला सलाहकार कमिटी (PC&PNDT) की बैठक आयोजित की गई है। PC&PNDT की बैठक में सिविल सर्जन गढ़वा डॉo अशोक कुमार द्वारा पीसी & पीएनडीटी ऐक्ट पर प्रेजेंटेशन के माध्यम से संक्षिप्त जानकारी दिया गया। बैठक में मुख्य रूप से गढ़वा जिले में सेक्स रेश्यो, अल्ट्रासाउंड क्लीनिक/सेंटर, पीसी एंड पीएनडीटी एक्ट के तहत रजिस्टर्ड क्लीनिक, पिछले बैठक में लिए गए निर्णय का अनुपालन, नए अल्ट्रासाउंड केंद्र हेतु प्राप्त आवेदन एवं रिन्यूअल को लेकर कमिटी द्वारा विचार विमर्श किया गया। बैठक में उपायुक्त ने गढ़वा जिला में अनाधिकृत रूप से बिना लाइसेंस के संचालित क्लीनिक के विरुद्ध कार्रवाई का निदेश दिया, जिससे अवैध रूप से संचालित क्लिनिक को बंद कराया जा सके। वहीं नए क्लीनिक के लाइसेंस हेतु आए आवेदनों की जानकारी दी गई। उपायुक्त ने सभी आवश्यक दस्तावेज एवं PC&PNDT ACT के तहत अहर्ता रखने की उपलब्धता सुनिश्चित करने के पश्चात ही लाइसेंस निर्गत करने की बात कही। साथ ही वैसे अल्ट्रासाउंड सेंटर जिनका लाइसेंस पूर्ण हो गया है, उन्हें लाइसेंस रिनुअल के लिए आवेदन करने का निदेश दिया गया। उपायुक्त ने कहा कि बिना लाइसेंस रिन्यूअल के अल्ट्रासाउंड सेंटर का संचालन ना हो, यह सुनिश्चित कराया जाए। वहीं बैठक में सिविल सर्जन ने पीसी & पीएनडीटी एक्ट के तहत कुछ नियमों में हुए बदलाव की जानकारी देते हुए बताया कि नए नियम के अनुसार केंद्र के बाहर डॉक्टर का नाम, मोबाइल नंबर एवं फोटो लगवाना अनिवार्य है। साथ ही केंद्र के बाहर “यहां लिंग परीक्षण नहीं होता है” से संबंधित एक बोर्ड लगाना भी आवश्यक है। उपायुक्त ने नए नियमों का अनुपालन अविलंब सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। उन्होंने सभी लाइसेंस प्राप्त केन्द्रों को उक्त नियमों का अनुपालन सुनिश्चित करने को कहा। उपायुक्त ने नियमित रूप से जिले में संचालित अल्ट्रासाउंड केन्द्रों का औचक निरीक्षण करने का निर्देश दिया। वैसे केंद्र जो नियमों का अनुपालन नहीं कर रहे हैं, उन्हें दो बार नोटिस देते हुए अविलंब सील करने को कहा गया। सिविल सर्जन गढ़वा श्री कुमार द्वारा अब तक ऐसे ही अनाधिकृत रूप से अथवा अयोग्य चिकित्सकों द्वारा संचालित किए जाने वाले अल्ट्रासाउंड सेंटरों पर कृत कार्रवाई से उपायुक्त को अवगत कराया गया। उन्होंने गढ़वा जिला अंतर्गत अब तक कुल 14 अल्ट्रासाउंड सेंटरों पर FIR करने एवं सील करने की जानकारी दी।
उपायुक्त श्री जमुआर द्वारा एकीकृत रोग निगरानी परियोजना-एकीकृत स्वास्थ्य सूचना प्लेटफ़ॉर्म (IDSP-IHIP) की भी बैठक कर आवश्यक दिशा निर्देश दिए गयें। इसके तहत होने वाले कुछ जानलेवा बीमारी यथा- मलेरिया, टाइफाइड, डेंगू इत्यादि बीमारियों के होने का कारण एवं इसके निराकरण पर चर्चा हुए इसके रोकथाम, इलाज व बचाव हेतु संबंधित पदाधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए। मौके पर सिविल सर्जन डॉक्टर कुमार द्वारा बताया गया कि वर्तमान में मलेरिया के अब तक 18 केस जबकि 17 केस दर्ज किए गए हैं। बैठक में उपायुक्त ने स्वास्थ्य विभाग अंतर्गत विभिन्न अन्य कार्यो की भी समीक्षा की। इनमें मुख्य रूप से एचएमआईएस पोर्टल, एएनसी रजिस्ट्रेशन, गर्भवती महिलाओं की संख्या, संस्थागत प्रसव, आकांक्षी जिला अंतर्गत विभिन्न इंडिकेटर, एएनसी चेकअप, चाइल्ड इम्यूनाइजेशन, फैमिली प्लानिंग, प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत, अनीमिया से बचाव, मिशन इंद्रधनुष, यू विन पोर्टल, चिकित्सकों की उपस्थिति, एम्बुलेंस की उपलब्धता समेत स्वास्थ्य विभाग की अन्य भूमिकाओं और जिम्मेदारियों पर गहन समीक्षा कर उपायुक्त ने कई आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
इस बैठक में उपरोक्त पदाधिकारियों के अतिरिक्त उप विकास आयुक्त पशुपतिनाथ मिश्रा, कार्यपालक पदाधिकारी नगर परिषद गढ़वा सुशील कुमार, जिला शिक्षा पदाधिकारी कैसर रजा, डीडीएम सुजीत कुमार मुंडा, संबंधित विभागों के चिकित्सा पदाधिकारी समेत चिकित्सा विभाग के अन्य कर्मी व पदाधिकारी उपस्थित थें।