झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने हाल ही में जेल से रिहा होने के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को चुनौती दी है। उन्होंने कहा कि आगामी विधानसभा चुनावों में भाजपा का सफाया हो जाएगा और यह समय भाजपा के ताबूत में आखिरी कील ठोकने का है। सोरेन ने भाजपा पर उनके खिलाफ साजिश रचने का आरोप भी लगाया। उन्होंने कहा कि भाजपा ने उनके खिलाफ झूठे आरोप लगाकर उन्हें जेल भिजवाने की कोशिश की, लेकिन जनता का समर्थन उनके साथ है और वे इस लड़ाई को जीतेंगे। सोरेन ने अपने समर्थकों से अपील की कि वे एकजुट होकर भाजपा के खिलाफ लड़ाई लड़ें और उन्हें सत्ता से बाहर करें।
सरकार ने इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि हेमंत सोरेन के आरोप बेबुनियाद हैं और यह सिर्फ चुनावी रणनीति का हिस्सा है। भाजपा के नेताओं ने कहा कि वे जनता के हित में काम कर रहे हैं और सोरेन के आरोपों का कोई आधार नहीं है। जनता की प्रतिक्रिया भी मिली-जुली रही है। कुछ लोग सोरेन के समर्थन में हैं और उन्हें सच्चा नेता मानते हैं, जबकि कुछ लोग भाजपा के पक्ष में हैं और सोरेन के आरोपों को राजनीति का हिस्सा मानते हैं। आगामी चुनावों में जनता का फैसला ही बताएगा कि किसमें कितना दम है।