डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय, रांची में आज पूर्वाह्न 11 बजे विश्वविद्यालय सभागार में तीन दिवसीय युवा महोत्सव, स्पंदन 2023 का उदघाटन कुलपति dr तपन कुमार शांडिल्य के द्वारा किया गया। इस तीन दिवसीय युवा महोत्सव SPANDAN 2023 (20 से 23 दिसंबर ) के उदघाटन सत्र का प्रारंभ विश्वविद्यालय के परफॉर्मिंग आर्ट के विद्यार्थियों द्वारा कुलगीत और गणेश वंदना के साथ किया गया। इसके उपरांत द्वीप प्रज्वलन कार्यक्रम हुआ।
सर्वप्रथम मुख्य अतिथि कुलपति डॉ तपन कुमार शांडिल्य, कुलसचिव डॉ नमिता सिंह और डीएसडब्ल्यू डॉ एसएम अब्बास का स्वागत पुष्पगुच्छ देकर किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कुलपति डॉ तपन कुमार ने अपने अध्यक्षीय संबोधन में कहा कि विश्वविद्यालय विगत कई वर्षों से युवा महोत्सव का आयोजन करते आ रहा है और इस युवा महोत्सव के माध्यम से युवाओं को यह सशक्त सकारात्मक संदेश देने में सफल रहा है कि डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय, रांची के विद्यार्थियों में न सिर्फ अकादमिक श्रेष्ठता मौजूद है बल्कि इस युवा महोत्सव और इस प्रकार के अनेक आयोजनों के माध्यम से प्रतिभागी अपनी सांस्कृतिक चेतना को भी दर्शाते रहे है।
उन्होंने सभागार में उपस्थित प्रतिभागियों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि प्रत्येक वर्ष की भांति इस बार भी आप प्रतियोगिता के परिणामों की चिंता न कर अपना सर्वश्रेष्ठ देने का प्रयत्न करें, सफलता स्वयं आपके पास होगी।अपने संबोधन को आगे बढ़ाते हुए कुलपति डॉ तपन कुमार शांडिल्य ने युवाओं के उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि सांस्कृतिक कार्यक्रमों की पूर्णता नृत्य, गायन की कला कौशल के द्वारा प्रदर्शित होती है। यह तीन दिवसीय युवा महोत्सव स्पंदन 2023 , उसी की एक कड़ी है। उन्होंने कहा कि यह स्पंदन कार्यक्रम आप सभी प्रतिभागियों को यह संदेश देता है कि इस युवा महोत्सव के द्वारा स्वयं की सांस्कृतिक विधा में और वृद्धि लाई जाए। उन्होंने अपने संबोधन को समाप्त करते हुए कहा कि यह विश्वविद्यालय का सौभाग्य होगा कि इस प्रकार की गतिविधियों से यहां के विद्यार्थी न सिर्फ देश में बल्कि विदेशों में भी स्वयं और अपने विश्वविद्यालय का नाम रोशन करें ।
इसके साथ ही उन्होंने इस तीन दिवसीय युवा महोत्सव , स्पंदन के उदघाटन की घोषणा की। इसके पूर्व अपने स्वागत भाषण में डीएसडब्ल्यू डॉ एसएम अब्बास ने युवा महोत्सव को युवाओं के लिए अपनी प्रतिभा प्रदर्शित करने का एक बेहतरीन मंच बताया। कुलसचिव डॉ नमिता सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि युवा महोत्सव के आयोजन का जो उद्देश्य है, वो युवा प्रतिभाओं को मौका प्रदान करने का अवसर है ताकि वो अपनी कलाओं को सबके सामने प्रस्तुत कर सके। साथ ही उन्होंने विद्यार्थियों से अनुशासन के साथ इस प्रतियोगिता में शामिल होने की बात कही। मंच संचालन ईएलएल विभाग की श्वेता गौरव ने किया।
आज उदघाटन सत्र के तत्काल बाद जिन प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया उनमें संगीत, रंगोली, पोस्टर मेकिंग, ऑन स्पॉट पेंटिंग, मेहंदी, क्विज और वाद विवाद शामिल है। आज क्विज में लगभग 50, वाद विवाद प्रतियोगिता में 75 के अलावा पोस्टर मेकिंग में 40 और रंगोली में 10 प्रतिभागियों ने अपनी भागीदारी दी। इन सभी प्रतियोगिताओं के परिणाम युवा महोत्सव के अंतिम दिन घोषित किये जायेंगे। इस तीन दिवसीय युवा महोत्सव स्पंदन के उदघाटन सत्र में डीएसडब्ल्यू डॉ एसएम अब्बास, कुलसचिव डॉ नमिता सिंह, विभिन्न संकायों के डीन और विभागाध्यक्ष, प्रतियोगिता के समन्वयक डॉ गीतांजलि सिंह, डॉ विनय भरत, डॉ शालिनी लाल, विभिन्न प्रतियोगिता की कमेटियों के समन्वयक, सदस्य, शिक्षक, कर्मी और लगभग 400 प्रतिभागियों की मौजूदगी रही। यह जानकारी पीआरओ प्रो राजेश कुमार सिंह ने दी।