दिल्ली टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया को 6 विकेट से हराकर टीम इंडिया वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप की अंक तालिका में नंबर एक की दहलीज पर पहुंच गई है. 16 टेस्ट में भारत के नाम 10 जीत हो गए हैं, वहीं ऑस्ट्रेलिया की भी 10 जीत है लेकिन मैच 17 खेले हैं. दोनों टीमों के विनिंग परसेंटेज में 1.61 अंक का फासला है. अगर एक मार्च से इंदौर में खेले जाने वाले तीसरे टेस्ट में भी भारतीय टीम कंगारुओं को हरा देती है तो फिर वह नंबर एक बन जाएगी. और लगातार दूसरी बार टीम के पास वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में खेलने का मौका होगा.
एशिया में कमजोर हो रहे कंगारु
आधुनिक क्रिकेट में हमेशा अपना दबदबा कायम रखने वाली कंगारु टीम अपनी जीत के नए नए रिकॉर्ड बनाने के लिये जानी जाती है. लेकिन डॉन ब्रेडमैन से लेकर रिकी पॉंटिंग तक की कप्तानी में कहर बरपाने वाली ऑस्ट्रेलिया पिछले 15 वर्षों में कमजोर होती जा रही है. बात एशियाई सरजमीन की करें तो पिछले 15 सालों में कंगारुओं ने भारत, बांग्लादेश, पाकिस्तान और श्रीलंका (कुछ मैच यूएई/शारजाह) में 33 टेस्ट मुकाबले खेले हैं. लेकिन इनमे जीत सिर्फ 5 में मिली है. ऑस्ट्रेलिया को 20 में हार का सामना करना पड़ा है, वहीं 8 टेस्ट ड्रॉ पर छूटे हैं. इस बीच उनका जीत का प्रतिशत महज 15.15 रहा है.
कोहली के 25 हजार रन पूरे
विराट कोहली अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में 25 हजार रनों का आंकड़ा पार करने वले छठे खिलाड़ी बन गए हैं. तीनों फॉर्मेट्स में अपने 492वें मुकाबले की 549वीं पारी में ये मुकाम हासिल किया. कोहली सबसे कम पारियों में यहां तक पहुंचने वाले बल्लेबाज भी बन गए हैं. उन्होंने 577 पारियों वाले सचिन तेंदुल्कर को पीछे छोड़ा. कोहली ने 106 टेस्ट की 180 पारियों में 48.49 की औसत से 8195 रन बनाए हैं, जिसमें 27 शतक और 28 अर्धशतक शामिल है. वहीं वनडे में कोहली ने 271 मुकाबलों की 262 पारियों में 57.69 की औसत से 12809 रन बनाए हैं, वनडे में 46 शतक और 64 फिफ्टी कोहली के नाम हैं. इंटरनेशनल टी-20 की बात करें तो विराट के नाम 115 मैच की 107 पारियों में 4008 रन हैं, उन्होंने क्रिकेट के इस सबसे छोटे प्रारुप में एक शतक और 37 अर्धशतक ठोके हैं.