झारखंड राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के माननीय सदस्य उज्ज्वल तिवारी की अध्यक्षता में सामाहरणालय स्थित सभाकक्ष में बाल संरक्षण एवं बाल कल्याण संबंधी विषयों पर जिले के सभी संबंधित पदाधिकारियों के साथ बैठक कर आवश्यक दिशा निर्देश दिया गया। इसके पूर्व जिला समाज कल्याण पदाधिकारी पूर्णिमा कुमारी द्वारा राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के माननीय सदस्य श्री तिवारी का बुके देकर स्वागत किया गया। तत्पश्चात बैठक की कार्रवाई आरंभ करते हुए जिला समाज कल्याण पदाधिकारी से जिले के विभिन्न क्षेत्रों में चलाए जा रहे निबंधित प्ले स्कूल एवं आंगनबाड़ी केन्द्रों तथा जिलान्तर्गत निबंधित सक्रिय एनजीओ आदि के बारे में जानकारी प्राप्त की गई। बाल कल्याण एवं बाल संरक्षण आदि विषयों पर लंबे समय से जिला स्तर पर बैठक आयोजित नहीं करने को लेकर नाराजगी व्यक्त की गई एवं निरंतर प्रत्येक तीन महीने के अंतराल में बैठक कराने हेतु निदेशित किया गया।
बच्चों के बौद्धिक विकास, स्वास्थ्य, खेल, शिक्षा, पोषण, बाल श्रम, मादक पदार्थों का सेवन, पलायन आदि विषयों के जांच हेतु स्वास्थ्य विभाग, कल्याण विभाग, शिक्षा विभाग, श्रम विभाग, खनन विभाग आदि के संबंधित पदाधिकारियों को टीम बनाकर स्कूल, आंगनबाड़ी, फैक्ट्री, दुकान, ईंट भट्टा, क्रशर आदि में उपलब्ध बच्चों/बच्चियों के जाँच करने हेतु निदेशित किया गया। साथ ही जिले के प्रत्येक विद्यालयों में कैम्प लगाकर अभियान के तहत सभी स्कूली बच्चों के लंग्स, हर्ट एवं आंख जांच कराने की भी बात कही, ताकि भविष्य में आंख, हर्ट एवं लंग्स के गंभीर बीमारियों से इन्हें बचाया जा सके। सिविल सर्जन डॉo अशोक कुमार को शिक्षा विभाग से समन्वय बनाते हुए सभी बच्चों का हेल्थ कार्ड बनवाने का निदेश दिया गया। सभी विद्यालयों में मोबाईल एडिक्सन एवं साइबर अपराध से बचने आदि के विषय पर भी बच्चों को जागरूक करने संबंधी अभियान चलाने की बात कही। सभी सरकारी एवं गैर सरकारी विद्यालयों में शिक्षकों एवं विद्यालय के अन्य कर्मियों का करैक्टर सर्टिफिकेट बनवाना आवश्यक बताया एवं इस हेतु मौके पर उपस्थित शिक्षा विभाग के पदाधिकारी को निर्देशित किया गया। जिले में चल रहे बिना निबंधन के विद्यालयों को जल्द ही निबंधन कराने संबंधी निर्देश दिया गया। जिला खनन पदाधिकारी नंद देव बैठा को ईंट भट्टा एवं क्रशर आदि परिसर में बच्चों के द्वारा बाल श्रम नहीं करने को लेकर आवश्यक निर्देश दिया गया। इसके लिए उन्होंने जिला खनन पदाधिकारी को जिले में संचालित विभिन्न ईंट भट्टो एवं क्रशर का निरीक्षण करने का निर्देश दिया एवं बाल श्रम करते हुए पकड़े जाने पर संबंधित ईंट भट्टा या क्रशर पर कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया। बाल संरक्षण पदाधिकारी अशोक नायक को जिला परिवहन पदाधिकारी धीरज प्रकाश से समन्वय बनाते हुए बाल मजदूरी एवं एवं बच्चों को मादक पदार्थों का सेवन नहीं करने, बाल संरक्षण, बाल श्रम एक अपराध, चाइल्ड एब्यूज, चाइल्ड मैरिज संबंधी स्लोगन को ट्रक, ट्रैक्टर, हाईवा व विभिन्न वाहनों पर लिखवाने हेतु निदेशित किया गया, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों में बाल संरक्षण व बाल कल्याण का संदेश पहुंचाया जा सके। गरीब व अनाथ बच्चों के लिए बाल आश्रम बनवाने हेतु जिला समाज कल्याण पदाधिकारी को निर्देशित किया गया।
स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा विभाग, श्रम विभाग, सीडब्लयूसी एवं पुलिस विभाग आदि को टीम बनाकर आपस में समन्वय बनाते हुए पायलट प्रोजेक्ट के तर्ज पर पहले शहरी इलाकों में चौक-चौराहों पर काम करने वाले, भीख मांगने वाले, अनाथ बच्चों आदि में मादक पदार्थों के सेवन करने संबंधी बातें पाए जाने पर उनके नशामुक्ति हेतु आवश्यक कार्रवाई करने की बात कही गई। साथ ही उन्हें अथवा उनके परिवारों को रोज़गार/नियोजन से जोड़ने की बात कहते हुए जेएसएलपीएस के डीपीएम सुशील दास को आवश्यक दिशा निदेश दिए गयें। नगर परिषद गढ़वा को परिवहन कार्यालय से समन्वय स्थापित करते हुए जिले के विभिन्न क्षेत्रों में पीले या सफेद रंग से मार्क करते हुए बच्चों के लिए डेडीकेटेड बस स्टॉप बनाने का निर्देश दिया गया।
बच्चों के स्थिति में आवश्यक सुधार हेतु आम जनों से सुझाव प्राप्त करने के उद्देश्य से जिले के विभिन्न क्षेत्रों में प्रखंड, पंचायत व शहरी स्तर पर मुख्य स्थानों को चिन्हित करते हुए सुझाव पेटी का बॉक्स लगाने हेतु निदेशित किया गया। इसके लिए व्यापक प्रचार प्रसार कराने संबंधी बातें कही गई। माननीय सदस्य राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग श्री तिवारी द्वारा जिलान्तर्गत विभिन्न बाल आश्रय, अनाथालय व ऐसे विभिन्न केन्द्रों पर रह रहे बच्चों की देखभाल, शिक्षा, स्वास्थ्य, पोषण, खेल विकास आदि के संबंध में आवश्यक सुधार लाने एवं सहयोग करने हेतु जिले के विभिन्न विभागों से समन्वय स्थापित करते हुए निराकरण करने की बात कही गई एवं आमजनों से इस दिशा में उचित सहयोग करने की भी अपील की गई। बैठक के दौरान संबंधित पदाधिकारी व विभागों को दिए गए विभिन्न निदेशों का अनुपालन 15 दिनों के भीतर करने का निर्देश दिया गया।
उक्त बैठक में अध्यक्ष बाल कल्याण समिति प्रणव कुमार ,सिविल सर्जन गढ़वा डॉक्टर अशोक कुमार, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी पूर्णिमा कुमारी, जिला कल्याण पदाधिकारी निलेश कुमार मुरमू, जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी अशोक नायक, श्रम अधीक्षक एतवारी महतो, जिला परिवहन पदाधिकारी धीरज प्रकाश, जिला खनन पदाधिकारी नंद देव बैठा, प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी गढ़वा रंभा चौबे, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी साकेत कुमार पांडे, जिला खेल पदाधिकारी उमेश कुमार लोहरा, जेएसएलपीएस के डीपीएम सुशील दास एवं सीडीपीओ गढ़वा समेत अन्य पदाधिकारी व कर्मी उपस्थित थें।