पटना : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की एक घोषणा के बाद राज्य में सियासत तेज हो गई है। दरअसल मोतिहारी में हुई कथित जहरीली शराब से लगभग 26 लोगों की मौत हो गई थी। जिसके बाद सीएम नीतीश ने बड़ा एलान करते हुए पीड़ित परिवार को 4 लाख रुपए मुआवजा देने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि बिहार सरकार की ओर से पीड़ितों को चार लाख रुपए दिया जाएगा। उनके इस बयान के बाद बिहार में एक बार फिर सियासत गरमा गई। सीएम नीतीश के घोषणा के बाद अलग अलग राजनीतिक दलों की ओर से प्रतिक्रिया सामने आने लगी।
जानिए क्या बोले सम्राट चौधरी ?
इसी क्रम में बिहार बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने इसे भाजपा की बड़ी जीत बतायी है। उन्होंने कहा कि पिछले 8 से 10 महीने से और उससे पहले भी जब सरकार में थे लगातार हम लोग डिमांड कर रहे थे कि जहरीली शराब से पीने वाले लोगों की हुई मौत के बाद उनके परिजनों को मुआवजा दिया जाए। लेकिन सरकार नहीं दे रही थी। लेकिन आज उस मांग को सरकार को मानना पड़ा। ये भाजपा की बड़ी जीत है। क्योंकि बिहार में जो जहरीली शराब से लोग मरे हैं उनमें उनके परिवार का कोई दोष नहीं था। उनको चार लाख का मुआवजा देकर सरकार ने अब मरहम लगाने का काम किया है।
गेहूं खेत में की थी शराब पार्टी, 26 लोगों की मौत
मोतिहारी में अब तक 26 लोगों की मौत हो चुकी है। लोगों ने कहा कि गेहूं खेत में शराब पार्टी की थी। इस कारण ही जान गई। इधर, प्रशासन ने भी शराब से मौत की पुष्टि कर दी है। शराब कांड के यह मामले पूर्वी चंपारण (मोतिहारी) के पांच थाना इलाकों में हरसिद्धि पहाड़पुर तुरकौलिया सुगौली और रघुनाथपुर में हुए। शराब से मौत का सिलसिला जब शुरू हुआ तो प्रशासन ने इसे डायरिया करार दिया।
डीएम सौरभ जोरवाल ने जांच के लिए मेडिकल टीम भेजी। टीम ने भी कहा कि डायरिया के लक्षण पाए जा रहे हैं। इसके बाद एक-एक कर 26 लोगों ने अस्पताल में दम तोड़ दिया। प्रशासन ने शराब से मौत की पुष्टि की। हालांकि प्रशासन ने अब तक 22 लोगों की शराब से मौत की बात कही है छह लोगों की मौत को प्रशासन संदिग्ध बता रही है। इनमें से 6 लोगों का पोस्टमार्टम करवाया गया है। पटना से मामले की जांच करने के लिए भी एक टीम मोतिहारी पहुंची उन्होंने कई लोगों से पूछताछ की मेडिकल टीम से भी बातचीत की।
प्रशासन ने की शराब से मौत की पुष्टि
इस मामले में मोतिहारी के डीएम सौरभ जोरवाल ने कहा शराब पीने से 22 लोगों की मौत हुई है। अन्य लोगों का इलाज करवाया जा रहा है मामले को गंभीरता से लेते हुए इलाके में छापेमारी की गई और 70 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इलाके में शराब का निर्माण कहां हो रहा था। इसकी भी जानकारी ली जा रही है कुछ लोगों से पूछताछ की जा रही है। दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। इधर, मोतिहारी इस मामले में कार्रवाई की है। उन्होंने 9 चौकीदार को निलंबित कर दिया। ALTF के दो ASI को भी निलंबित कर दिया। वहीं रघुनाथपुर ओपी प्रभारी, तुरकौलिया, हरसिद्धि, पहाड़पुर और सुगौली थानाध्यक्ष को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।
गेहूं की दौनी के बाद हुई थी शराब पार्टी
तुरकौलिया के लक्ष्मीपुर में चार लोगों की मौत के बाद उनकी परिजनों ने कहा कि गुरुवार को सभी लोग रघुनाथपुर के बालगंगा में गेहूं फसल की दौनी के लिए गए थे। इसके बाद इन लोगों ने शाम में शराब पार्टी की घर आए तो सिर दर्द की बात कह कर रात में सो गए। शुक्रवार सुबह होते ही इनकी तबीयत बिगड़ने लगी। आननफानन में अस्पताल में भर्ती करवाया। इसके बाद एक एकर इन लोगों ने दम तोड़ दिया। आरोप है कि इलाके में जहरीली शराब की सप्लाई की गई थी इसे पीने से ही इनकी मौत हुई।