रामगढ़, 22 मई 2025: रामगढ़ जिले के भुरकुंडा और भदानीनगर ओपी थाना क्षेत्र में चोरघरा पंचायत के अंतर्गत लपंगा दामोदर नदी घाट से अवैध बालू तस्करी का खेल धड़ल्ले से चल रहा है। प्रतिदिन सुबह 4:00 बजे से लेकर दिनभर 50 से 100 ट्रैक्टरों के जरिए जंगल के रास्तों से बालू की ढुलाई हो रही है, जिसे आसपास के क्षेत्रों में 3500 से 4000 रुपये प्रति ट्रैक्टर की महंगी दर पर बेचा जा रहा है। यह तस्करी स्थानीय पुलिस प्रशासन और बालू माफियाओं की मिलीभगत से संचालित हो रही है, जिससे जिला प्रशासन द्वारा गठित टास्क फोर्स की सारी कोशिशें बेकार साबित हो रही हैं।

रामगढ़ उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक ने अवैध बालू और कोयला तस्करी पर रोक लगाने के लिए कई बार बैठकें की हैं और सभी थाना क्षेत्रों में टास्क फोर्स गठित कर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। इसके बावजूद, कुछ थानों की मिलीभगत से यह अवैध कारोबार फल-फूल रहा है। लपंगा घाट से निकाला गया बालू जंगल के बीच बनाए गए रास्तों से ढोया जा रहा है, जिससे न केवल पर्यावरण को नुकसान हो रहा है, बल्कि झारखंड सरकार को राजस्व का भी भारी नुकसान हो रहा है। मार्च 2025 में अरगड्डा-सिरका क्षेत्र में दामोदर नदी से अवैध बालू खनन की खबरें भी सामने आई थीं, जिससे नदी का अस्तित्व खतरे में पड़ गया था।

यह स्थिति रामगढ़ में अवैध खनन की गंभीर समस्या को उजागर करती है। जिले के कोयला क्षेत्रों में पहले भी अवैध कोयला तस्करी की घटनाएं सामने आ चुकी हैं, और अब बालू तस्करी ने प्रशासन के लिए नई चुनौती पेश की है। स्थानीय लोगों का कहना है कि इस कारोबार को रोकने के लिए सख्त और नियमित कार्रवाई की जरूरत है, अन्यथा यह माफिया और भ्रष्टाचार का गढ़ बनता जाएगा।
-रिपोर्टर: कुमार मिश्रा