रामगढ़ जिले के एसडीपीओ कार्यालय में आयोजित अपराध गोष्ठी समीक्षा बैठक ने जिले को क्राइम मुक्त बनाने की दिशा में पुलिस प्रशासन की गंभीरता को उजागर किया। इस बैठक की अध्यक्षता एसडीपीओ परमेश्वर प्रसाद ने की, जिसमें रामगढ़, कुजू, मांडू, घाटोटांड़ थानों के प्रभारी और कुजू ओपी सहित अन्य थाना प्रभारी शामिल हुए। एसडीपीओ ने हत्या, पोक्सो, नक्सली गतिविधियों, महिला उत्पीड़न, लूट, डकैती और कोर्ट से जुड़े अतिसंवेदनशील मामलों की गहन समीक्षा की। इस बैठक का उद्देश्य जिले में अपराध की स्थिति का आकलन कर इसे नियंत्रित करने के लिए ठोस रणनीति तैयार करना था। पुलिस प्रशासन की यह सक्रियता रामगढ़ को अपराधमुक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

बैठक के दौरान एसडीपीओ परमेश्वर प्रसाद ने अपराध नियंत्रण के लिए कई महत्वपूर्ण निर्देश जारी किए। उन्होंने विशेष रूप से महिला उत्पीड़न से संबंधित मामलों को प्राथमिकता देने और लंबित केसों का त्वरित निष्पादन सुनिश्चित करने का आदेश दिया। साथ ही, ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन और सड़क सुरक्षा से जुड़े मामलों पर कड़ा रुख अपनाने के निर्देश दिए गए। एसडीपीओ ने सभी थाना प्रभारियों को अपने क्षेत्रों में अपराध पर पैनी नजर रखने और त्वरित कार्रवाई करने की हिदायत दी। यह निर्देश न केवल अपराधियों में भय पैदा करने की दिशा में प्रभावी हैं, बल्कि आम नागरिकों में भी सुरक्षा और विश्वास की भावना को मजबूत करते हैं। रामगढ़ पुलिस का यह कदम जिले में कानून-व्यवस्था को सुदृढ़ करने की दिशा में एक मील का पत्थर साबित हो सकता है।

यह समीक्षा बैठक रामगढ़ जिले में अपराध के खिलाफ पुलिस प्रशासन की एकजुट और समग्र रणनीति को दर्शाती है। गंभीर अपराधों जैसे हत्या, लूट और महिला उत्पीड़न के साथ-साथ ट्रैफिक नियमों के पालन पर जोर देकर पुलिस ने समाज के हर पहलू को सुरक्षित बनाने का संकल्प लिया है। बैठक में अपराध के मूल कारणों पर चर्चा और उनके समाधान के लिए रणनीति तैयार की गई, जो यह दर्शाता है कि रामगढ़ पुलिस न केवल अपराधों पर अंकुश लगाने, बल्कि समाज में शांति और सुरक्षा का माहौल स्थापित करने के लिए प्रतिबद्ध है। यह प्रयास जिले के नागरिकों में पुलिस के प्रति विश्वास को और मजबूत करेगा।
-रिपोर्टर: कुमार मिश्रा