रांची. शौर्य हत्याकांड का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। फिरौती के लिए उसके किरायेदार ने ही मासूम का अपहरण किया। इस दौरान बच्चे के चिल्लाने पर उसकी हत्या कर शव को तालाब में फेंक दिया और फरार हो गया। मंगलवार को नगड़ी थाना क्षेत्र के ललगुटवा तालाब से एक आठ वर्षीय बच्चे का शव बरामद हुआ, जिसकी पहचान शौर्य के रूप में हुई। रांची एसएसपी किशोर कौशल ने इसको लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पूरे मामले की जानकारी दी।
इस बच्चे का अपहरण फिरौती मांगने की नियत से किया गया था। लेकिन अपहरण के एक घंटे के भीतर ही हत्या कर दिए जाने की वजह से शौर्य के पिता राजू गोप से किसी तरह की फिरौती नहीं मांगी गयी। बच्चे की हत्या करने वाला उसका करीबी ही निकला। हत्या का आरोपी पुलिस की गिरफ्त में है और गुरुवार को इस मामले का आधिकारिक खुलासा पुलिस करेगी।
शौर्य की हत्या करने वाला उसका किरायेदार रह चुका है। हत्या करने वाले का नाम संजू पांडा है। वह मूल रूप से कोडरमा जिले का रहने वाला है। शौर्य के घर में वह बतौर किरायेदार अपने बहन और बहनोई के साथ रहता था। बाद में वह अपने बहन और बहनोई से अलग होकर पंडरा में रहने लगा था। यहां वह गलत संगत में पड़ गया था। जिस वजह से उसके ऊपर काफी कर्ज हो गया था। इसी कर्ज को चुकाने के लिए उसमें शौर्य के अपहरण की साजिश रची थी। लेकिन शौर्य के पिता से फिरौती की रकम मांगने से पहले ही उसने उसकी हत्या कर दी।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार संजू पांडा ने शौर्य का अपहरण करने से पहले कई दिनों तक उसकी रेकी की थी। इस दौरान उसने देखा था कि शौर्य हर शाम कुछ न कुछ खरीदने के लिए दुकान की ओर जाता है। तीन मार्च को भी उसने वही किया था। इस बीच दुकान के पास ही संजू पांडा कार के साथ खड़ा था। यहां शौर्य को देखकर उसने उसे बुलाया और बातचीत की। शौर्य के हाथ में चिप्स का पैकेट था। संजू ने उससे चिप्स लेकर खाया भी। इसके बाद उसने उसका अपहरण कर लिया। पर ले जाने लगा इस बीच शौर्य हल्ला मचाने लगा। तब संजू को समझ में नहीं आया कि क्या किया जाए। इसी दौरान उसने उसकी हत्या कर दी और तालाब के पास शव को फेंक कर कोडरमा भाग गया था।
अपहरण होने के चार दिन बाद शव बरामद हुआ था। शव को जब्त कर पुलिस पोस्टमार्टम के लिए रिम्स लायी थी। इस दौरान परिजनों को जानकारी मिली तो सभी रिम्स पहुंचे। यहां शौर्य के पिता राजू गोप ने पुलिस की कार्यशौली पर प्रश्न खड़ा किया। वहीं एदलहातू से बड़ी संख्या में आए लोगों ने नाराजगी में बरियातू थाने का घेराव किया था। इसके बाद पुलिस ने सख्ती से काम किया और हत्या के मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।