पटना : नालंदा और सासाराम हिंसा की आग में अभी भी नहीं थमी है। छिटपुट घटनाएं अभी भी हो रही है। इस घटना से लोगों में दशहत का माहौल है। हिंसा को रोकने के लिए इन क्षेत्रों में अर्धसैनिक बलों की 13 कंपनियों की तैनाती की गई है। वहीं हिंसा की घटना को लेकर बिहार की राजनीति एक बार फिर गरमा गई है। सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों हमलावर है। दोनों एक-दूसरे पर आरोपों की बौछार करने से नहीं चुक रहे हैं। मुख्य विपक्षी पार्टी बीजेपी मुख्यमंत्री नीतीश पर लगातार निशाना साध रहे हैं। बता दें कि अभी तक 173 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। नालंदा में 130 जबकि सासाराम से 43 लोगों को पुलिस ने दबोचा है। इस घटना में एक व्यक्ति की मौत हुई है।
उदासीनता दिखा रही है सरकार
बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर नीतीश सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि सरकार ने नालन्दा और सासाराम के घटनाओं पर जो उदासीनता दिखा रही है वह निंदनीय है। रामनवमी जुलूस से पूर्व थानों में पीस कमिटी की बैठक में रूट से लेकर सभी मुद्दों पर विचार विमर्श के बाद ही जुलूस निकाला गया। लेकिन प्रशासन एवं पुलिसकर्मियों की अकर्मण्यता कहें या साजिश कहें, जुलूस पर पत्थरबाजी कर आक्रमण किया गया। इस घटना के क्रम में हिंदुओं के घर को टारगेट करते हुए आगजनी की गई। व्यवसायिक प्रतिष्ठानों को भी निशाना बनाया गया।
बिना अनुमति के सदन को किया गया स्थगित
विजय सिन्हा ने कहा कि हमने सदन के अंदर पीस कमेटी की कार्यवाही को सार्वजनिक करने की मांग की। लेकिन सरकार ने अनसुना कर दिया। इस घटना पर हमने सरकार से सदन में भी वक्तव्य की मांग की। संसदीय कार्य मंत्री ने संभवतः अध्यक्ष बिहार विधानसभा से पहले ही बात कर लिया था कि हम सदन में नालंदा सासाराम पर वक्तव्य की बात कहेंगे, लेकिन आप अनुमति नहीं दीजिएगा और सदन में बिल्कुल यही हुआ अध्यक्ष ने सरकार का वक्तव्य की अनुमति दिए बिना सदन स्थगित कर दिये ।
पीस कमेटी की कार्यवाही हो सार्वजनिक
नेता विरोधी दल विजय कुमार सिन्हा ने सरकार से मांग करते हुए कहा कि हमारी मांग है कि अर्धसैनिक बलों की प्रतिनियुक्ति के पूर्व इन दोनों जिलों में किस श्रेणी के कितने पुलिस बल प्रतिनियुक्त थे, उसकी सूची जारी की जाए। पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए आरोपियों की सूची जारी की जाए। पीस कमेटी की कार्यवाही सार्वजनिक हो।
नीतीश सरकार ने पूरे देश में बिहार को किया शर्मसार
बीजेपी के वरिष्ठ नेता विजय सिन्हा ने नीतीश सरकार पर आरोप लगाते हुए आगे कहा कि ने पूरे देश में बिहार को शर्मसार कर दिया है। बिहार फिर 90 वाले दंगा राज में पहुंच गया है। लालू प्रसाद, नीतीश कुमार, तेजस्वी यादव और मुख्य सचिव सुभानी जी सहित चार-चार पावर सेंटर है। सरकार फेल कर गई है। हम नैतिकता के आधार पर मुख्यमंत्री नीतीश से इस्तीफा की मांग करते हैं।