नई दिल्ली : आम आदमी पार्टी (AAP) को केंद्रीय चुनाव आयोग ने आधिकारिक रूप से राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा दे दिया है। इसके साथ ही तृणमूल कांग्रेस, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई) का राष्ट्रीय दल का दर्जा वापस ले लिया है। कुछ पार्टियों की राज्य स्तर की पार्टी का दर्जा भी समाप्त कर दिया है।
ऐसे बनी आप नेशनल पार्टी
आम आदमी पार्टी को 2013 में दिल्ली में, 2014 में पंजाब में और 2022 में गोवा में राज्य की पार्टी का दर्जा मिला था। इसके साथ ही गुजरात में दिसंबर 2022 में चुनाव हुए और आप वहां भी राज्य पार्टी का दर्जा पाने में कामयाब रही। इस तरह से चार राज्यों में राज्य की पार्टी आप बनी गई है, इसलिए यह एक राष्ट्रीय पार्टी होने के योग्य है। इसी को देखते हुए चुनाव आयोग ने उसे नेशनल पार्टी बना दिया है।
टीएमसी के साथ क्या हुआ
तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) को मणिपुर और अरुणाचल प्रदेश में अब राज्य पार्टी का दर्जा प्राप्त नहीं है। अब यह पश्चिम बंगाल में एक राज्य की पार्टी है। इसके अलावा त्रिपुरा यह मेघालय में राज्य की पार्टी है लेकिन राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा प्राप्त करने के लिए कम से कम चार राज्यों में राज्य की पार्टी होना जरूरी है। ऐसा नहीं होने पर चुनाव आयोग ने राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा वापस ले लिया। ममता बनर्जी की पार्टी को 2016 में राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा मिला था।
NCP के लिए आयोग ने क्या कहा
एनसीपी के लिए चुनाव आयोग ने कहा कि यह पार्टी अब गोवा, मणिपुर और मेघालय में राज्य की पार्टी बनने के योग्य नहीं है। हालांकि गत सोमवार को इसे नगालैंड में राज्य पार्टी का दर्जा दिया गया है। इसके अलावा यह महाराष्ट्र में एक राज्य की पार्टी बनी हुई है। इस तरह से यह पार्टी भी चार राज्यों में राज्य पार्टी नहीं है। इसलिए इसका भी राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा आयोग ने वापस ले लिया।
CPI से क्यों छिना दर्जा
चुनाव आयोग के अनुसार ओडिशा और पश्चिम बंगाल में सीपीआई ने अपना राज्य पार्टी का दर्जा खो दिया है। अब यह सिर्फ केरल, मणिपुर और तमिलनाडु में एक राज्य की पार्टी है। चूंकि यह चार राज्यों में एक राज्य की पार्टी नहीं है, इसलिए अब देश में एक राष्ट्रीय पार्टी नहीं है।
अभी इतनी है राष्ट्रीय पार्टी
- भाजपा
- कांग्रेस
- बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी)
- कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (मार्क्सवादी)
- नेशनल पीपुल्स पार्टी (NPP)
- आम आदमी पार्टी (AAP)
इनका राज्य स्तर की पार्टी का दर्जा समाप्त
चुनाव आयोग ने उत्तर प्रदेश में रालोद, आंध्र प्रदेश में बीआरएस, मणिपुर में पीडीए, पुडुचेरी में पीएमके, पश्चिम बंगाल में आरएसपी और मिजोरम में एमपीसी को दिया गया राज्य स्तर की पार्टी का दर्जा भी समाप्त कर दिया है।
राष्ट्रीय पार्टी बनने पर मिलते हैं ये लाभ
- दल देश में कहीं भी चुनाव लड़ सकेगा, किसी भी राज्य में उम्मीदवार खड़ा कर सकेगा।
- दल को पूरे देश में एक ही चुनाव चिह्न आवंटित हो जाता है यानी वह चिह्न दल के लिए रिजर्व हो जाता है।
- चुनाव में नामांकन दाखिल करने के दौरान उम्मीदवार के साथ एक प्रस्तावक होने पर भी मान्य किया जाएगा।
- चुनाव आयोग मतदाता सूची संशोधन पर दो सेट मुफ्त में देता है। साथ ही उम्मीदवारों को भी मतदाता सूची मुफ्त में देता है।
- पार्टी दिल्ली में केंद्रीय दफ्तर खोलने की हकदार हो जाती है, जिसके लिए सरकार कोई बिल्डिंग या जमीन देती है।
- पार्टी चुनाव प्रचार में 40 स्टार कैंपेनर्स को उतार सकेगी। स्टार प्रचारकों पर होने वाला खर्च पार्टी प्रत्याशी के चुनावी खर्च में शामिल नहीं होगा।
- चुनाव से पहले दूरदर्शन और आकाशवाणी के जरिए जन-जन तक संदेश पहुंचाने के लिए एक तय समय मिल जाता है।