Bihar Caste Census Report : बिहार में सामान्य वर्ग के लोगों की आबादी 15 प्रतिशत है। बिहार की नीतीश कुमार सरकार के ड्रीम प्रोजेक्ट जाति आधारित जनगणना की रिपोर्ट में यह बात आयी है। सोमवार को मुख्य सचिव आमिर सुबहानी ने यह रिपोर्ट जारी की।बिहार में सामान्य वर्ग के लोगों की आबादी 15 प्रतिशत है। पिछड़ा वर्ग की आबादी 27 प्रतिशत से ज्यादा है, जबकि अनुसूचित जाति की आबादी करीब 20 फीसदी है। नीतीश कुमार सरकार के ड्रीम प्रोजेक्ट जाति आधारित जनगणना की रिपोर्ट में यह बात आयी है। सोमवार को बिहार सरकार के प्रभारी मुख्य सचिव विवेक सिंह ने प्रेस कांफ्रेंस कर आंकड़ों की पुस्तिका जारी की।
राज्य के 2146 लोगों ने अपना कोई धर्म नहीं बताया
जानिए, किस वर्ग की कितनी आबादी
- सामान्य वर्ग – 15.52%
- पिछड़ा वर्ग- 27.12%
- ओबीसी – 36.1%
- अनूसूचित जाति- 19.65%
- अनूसचित जनजाति – 1.68%
जानिए, किस जाति की कितनी आबादी
- यादव – 14.26%
- रविदास- 5.25%
- दुसाध-5.31%
- कोइरी- 4.21%
- ब्राह्मण- 3.67%
- राजपूत- 3.45%
- मुसहर- 3.08%
- भूमिहार- 2.89%
- कुरमी- 2.87%
- तेली- 2.81%
- बनिया-2.31%
- कानू-2.21%
- चंद्रवंशी-1.64%
- कुम्हार-1.40%
- सोनार-0.68%
- कायस्थ – 0.60%
दो फेज में पूरी हुई थी जाति आधारित गणना
बिहार में जाति आधारित जनगणना का पहला चरण 7 जनवरी से शुरू हुआ था। इस चरण में मकानों को गिना गया। यह चरण 21 जनवरी 2023 को पूरा कर लिया गया था। वहीं 15 अप्रैल से दूसरा चरण की गणना की शुरुआत हुई। इसे 15 मई को पूरा करने का लक्ष्य रखा गया था। लेकिन, मामला कोर्ट में चला गया। इसके बाद पटना हाईकोर्ट ने गणना पर रोक लगा दिया था। बाद में फिर पटना हाईकोर्ट ने ही जाति आधारित गणना को हरी झंडी दी।दूसरे चरण में परिवारों की संख्या, उनके रहन-सहन, आय समेत अन्य जानकारियां जुटाई गईं। इसके बाद मामला सुप्रीमो कोर्ट में भी गया। लेकिन, कोर्ट ने इस पर रोक लगाने से इनकार कर दिया था।