Sudan Crisis : सूडान में फंसे भारतीयों का पहला जत्था सऊदी अरब के जेद्दा के लिए भारतीय नौसेना के जहाज में रवाना हो गया। विदेश मंत्रालय ने मंगलवार (25 अप्रैल) को ये जानकारी दी। भारत ने हिंसाग्रस्त सूडान से अपने नागरिकों को निकालने के लिए सोमवार को ऑपरेशन कावेरी (Operation Kaveri) शुरू किया था। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने आईएनएस सुमेधा (INS Sumedha) पर सवार भारतीयों की फोटोज ट्वीट कीं। इस दौरान लोगों ने सूडान से निकालने के लिए सरकार को धन्यवाद दिया और हाथ में तिरंगा थामे नजर आए।
ऑपरेशन कावेरी के तहत भारतीयों को निकाला
अरिंदम बागची ने ट्वीट किया, “सूडान में फंसे हुए भारतीयों का पहला जत्था ऑपरेशन कावेरी के तहत रवाना हुआ। आईएनएस सुमेधा 278 लोगों के साथ पोर्ट सूडान से जेद्दा जा रहा है।” सूडान से आ रहे इन लोगों में कई बच्चे भी शामिल हैं। हिंसा प्रभावित सूडान में फंसे भारतीयों को सुरक्षित रूप से निकालने की योजना के तहत भारत ने जेद्दा में दो सी-130जे सैन्य परिवहन विमान और पोर्ट सूडान में आईएनएस सुमेधा को तैनात किया है।
First batch of stranded Indians leave Sudan under #OperationKaveri.
INS Sumedha with 278 people onboard departs Port Sudan for Jeddah. pic.twitter.com/4hPrPPsi1I
— Arindam Bagchi (@MEAIndia) April 25, 2023
सूडान में जारी है भीषण जंग
जेद्दा पहुंचने के बाद भारतीयों को स्वदेश लाया जाएगा। पूरे सूडान में लगभग 3,000 भारतीय हैं। सूडान की राजधानी खार्तूम में कई स्थानों से भीषण लड़ाई की खबरों से सूडान में सुरक्षा स्थिति अस्थिर बनी हुई है। यहां सेना और एक अर्द्धसैनिक समूह के बीच पिछले 10 दिनों से जारी भीषण लड़ाई में 400 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है।
पीएम मोदी ने दिए थे लोगों को निकालने के निर्देश
प्रधानमंत्री मोदी ने बीते शुक्रवार को एक उच्च स्तरीय बैठक में सूडान से भारतीयों को सुरक्षित रूप से निकालने की योजनाओं की तैयारी के लिए निर्देश दिए थे। विदेश मंत्री जयशंकर ने सूडान की स्थिति पर हाल ही में सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के विदेश मंत्रियों के साथ चर्चा की थी। भारत अमेरिका, मिस्र, संयुक्त राष्ट्र सहित कई देशों के सम्पर्क में है।