झारखण्ड विधान सभा की पुस्तकालय विकास समिति की माननीय सभापति अपर्णा सेन गुप्ता अपने गढ़वा जिला दौरे पर परिसदन भवन गढ़वा पहुंची, उपायुक्त शेखर जमुआर ने सभापति से मुलाकात कर पुष्प गुच्छ भेंट कर गढ़वा जिला आगमन पर उनका स्वागत किया। जिसके पश्चात झारखण्ड विधान सभा की पुस्तकालय विकास समिति ने परिसदन भवन गढ़वा के सभागार में विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय वरीय पदाधिकारियों संग बैठक किया। माननीय सभापति की अध्यक्षता में बैठक की कार्रवाई प्रारंभ की गई। बैठक में माननीय सभापति द्वारा सर्वप्रथम जिले में संचालित लाइब्रेरी की जानकारी ली गई।
उपायुक्त द्वारा बताया गया कि जिले में अनुमंडलीय लाइब्रेरी संचालित है जिसके विकास को लेकर कार्य किया जा रहा है। संचालित लाइब्रेरी में एक और फ्लोर का निर्माण कराया जा रहा है जिससे अधिक संख्या में बच्चें वहां बैठकर पठन पाठन कर सके। बच्चों को बैठने एवं उचित संख्या में विभिन्न विषयों पर आधारित पुस्तकों की उपलब्धता भी सुनिश्चित कराने की प्रक्रिया की जा रही है। इसके अलावा पंचायत में भी लाइब्रेरी अधिष्ठापन को लेकर कार्य किया जा रहा है, जल्द ही अनुमंडलीय लाइब्रेरी एवं पंचायत में लाइब्रेरी की व्यवस्था पूरी तरह से सक्रिय होगी, जिसका लाभ स्थानीय बच्चों को मिलेगा।
उपायुक्त ने कहा कि जिले के बच्चों में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है यहां के सुदूरवर्ती क्षेत्र के बच्चे भी हाल के दिनों में आईएएस, आईपीएस एवं आईआईटी जैसे कठिन परीक्षा पास कर देश भर में अपना लोहा मनवा रहे हैं। इसलिए हम शिक्षा पर जोर देते हुए यहां के बच्चों के लिए पठन-पाठन के माहौल को तैयार करने को लेकर पूरी प्रतिबद्धता से कार्य कर रहे हैं।
बैठक में माननीय सभापति द्वारा लाइब्रेरी में आवश्यक रूप से मूलभूत सुविधा मुहैया कराने का निर्देश दिया गया। उन्होंने पेयजल एवं शौचालय पर जोर देते हुए लाइब्रेरी में आवश्यक रूप से उक्त सुविधा मुहैया कराने को कहा। आगे उन्होंने कहा कि शिक्षा और बच्चे दोनों देश का भविष्य है, इसलिए हमें प्राथमिकता के आधार पर उनके शैक्षणिक व्यवस्था को दुरुस्त करने की आवश्यकता है। लाइब्रेरी में आने वाले बच्चियों को भी किसी भी प्रकार की समस्या ना हो यह सुनिश्चित कराई जाए।
उन्होंने हर प्रखंड में एक विशेष लाइब्रेरी अधिष्ठापन करने को कहा जहां बच्चों के साथ-साथ बुजुर्ग भी आकर पठन-पाठन कर सके। उन्होंने कहा कि जिले में पुस्तकालय का विकास हो यह हमारी प्राथमिकता है। वहीं पुस्तकालय के विकास कार्य में आ रही समस्याओं की भी जानकारी माननीय सभापति द्वारा ली गई। जिससे उन समस्याओं को दूर कर पूर्ण रूप से पुस्तकालय का संचालन सुनिश्चित कराई जा सके। जिला शिक्षा अधीक्षक से जिले में संचालित विद्यालय एवं उनमें पेयजल एवं शौचालय की व्यवस्था की जानकारी ली गई।
जिला शिक्षक अधीक्षक द्वारा बताया गया कि जिले के अधिकांश विद्यालयों में पेयजल एवं शौचालय की व्यवस्था है केवल दो-तीन प्रतिशत विद्यालयों में ही पहचान एवं शौचालय की समस्या की जानकारी प्राप्त होती है ऐसे विद्यालयों में भी उक्त मूलभूत सुविधाएं मुहैया कराई जा रही है। माननीय सभापति द्वारा विद्यालयों में भी आवश्यक रूप से पुस्तकालय की व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया। उन्होंने कहा कि शिक्षा एवं खेल के क्षेत्र में बच्चों को बढ़ावा दे। मौके पर उपयुक्त में बताया कि जिले में 165 खेल के मैदान तैयार किए गए हैं इनमें पेयजल एवं शौचालय की भी व्यवस्था की जा रही है।